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मोटिवेशन : देश के बच्चों का भविष्य संवारने के लिए छोड़ा अपना परिवार

स्कूली बच्चों के लिए कंप्यूटर लॄनग शुरू करवाई थी, 5 जी इंटरनेट स्पीड की योजना भी।

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Amanpreet Kaur

May 13, 2018

aruna sundararajan

aruna sundararajan

अरुणा सुंदरराजन केरल कैडर के 1982 बैच की आइएएस अधिकारी हैं और प्रशासनिक सेवा में देश के चुनिंदा वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों में शामिल है। अभी भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम कमिशन की चेयरमैन हैं। जिंदगी के करीब तीन दशक देश के अलग-अलग राज्यो की सेवा में लगाया है। इनके पति इलियास जॉर्ज आइएएस अफसर रहे हैं जो कोच्चि मेट्रो प्रोजेक्ट के एमडी रह चुके हैं। देश के बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए अपने परिवार से लंबे समय तक दूर रही हैं। ये देश के सभी बच्चों को अपना बच्चा मानती हैं।

बच्चों को कंप्यूटर ज्ञान

केरल में अक्षया प्रोजेक्ट की शुरुआत इन्होंने मल्लापुरम जिले से की थी जिसका विस्तार धीरे-धीरे पूरे प्रदेश में हुआ। जिला स्तर पर देश का पहला ई-लिट्रेसी प्रोजेक्ट था। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य जिले के हर परिवार के एक लडक़े या लडक़ी को कंप्यूटर का जानकार बनाना था। इन्हीं के प्रयास से मल्लापुरम देश का पहला ई-लिटे्रसी जिला है। प्रोजेक्ट शुरू होने के छह महीने के भीतर करीब छह लाख बच्चे कंप्यूटर के जानकार बन गए थे। स्कूली बच्चों को शिक्षित करने के लिए इन्होंने एक नामी आइटी कंपनी के साथ मिलकर ‘लर्न प्रोग्राम’ शुरू कराया था।

‘कुदुंबश्री प्रोजेक्ट’ से बेटियों को नौकरी

लड़कियों और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इन्होंने केरल में ‘कुदुंबश्री प्रोजेक्ट’ की शुरुआत की थी। मकसद प्रदेश की महिलाओं को रोजगारपरक बनाना था। मिशन को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने शुरू कराया था। शी-टैक्सी, ऑर्गेनिक फार्मिंग और ग्रीन टेक्नोलॉजी पर काम किया है।

2020 तक 5-जी स्पीड देने की कर रही हैं तैयारी

इनकी योजना है कि 2020 की शुरुआत से 5-जी इंटरनेट सुविधा को शुरू कराया जाएगा। डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के तहत इंटरनेट को सुरक्षित बनाने पर काम कर रही हैं। इसके लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रिसपॉन्स टीम बना रही है जिसका फायदा देश के युवाओं को मिलेगा। फ्लाइट में इंटरनेट और कॉलिंग की सुविधा शुरू कराने के लिए इनकी टीम दिन रात काम कर रही है। जल्द ही इंटरनेशनल फ्लाइट में भी इस सुविधा को शुरू करने की तैयारी चल रही है।

चर्चा में : हाल ही टेलीकॉम आयोग की बैठक इनके नेतृत्व में हुई जिसमें फ्लाइट में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेेकर बात की गई है। इसके तहत घरेलू उड़ानों में सफर करने वाले लोग फोन पर बात करने के साथ इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। उम्मीद है कि इस फैसले पर दूरसंचार विभाग जल्द ही फैसला लेगा जिससे हजारों विमान यात्रियों को फायदा मिलेगा।

1998 में इन्हीं के प्रयास से केरल में आइटी डिपार्टमेंट विभाग की स्थापना हुई थी जिसकी ये सचिव थीं। केरल में इन्होंने ‘इ-लिट्रेसी’ प्रोग्राम की शुरुआत की थी।

2012 में अमरीकी फोब्र्स बिजनेस मैगजीन ने इन्हें प्रोफेशनल वीमन अचीवर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया था।