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Competition Exams GK Questions: GK में पूछे जाते हैं ये सवाल, जान लें इनके उत्तर

रोजमर्रा के जीवन में हमारे साथ कई घटनाएं ऐसी घटती हैं, जो हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि यह कैसे हुआ? इनके पीछे छिपा होता है विज्ञान।

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जयपुर

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Sunil Sharma

Feb 08, 2019

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रोजमर्रा के जीवन में हमारे साथ कई घटनाएं ऐसी घटती हैं, जो हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि यह कैसे हुआ? इनके पीछे छिपा होता है विज्ञान। हम ऐसी ही कुछ रोजमर्रा की चीजों से जुड़ी general knowledge तथा वैज्ञानिक तथ्यों के बारे में यहां जानेंगे।

प्रश्न - (1) अधिकतर छाते काले रंग के क्यों होते हैं?
चिलचिलाती धूप और बारिश से बचाव करने वाले छाते पहले सिर्फ काले रंग के ही हुआ करते थे लेकिन बदलते समय के साथ इसमें भी फैशन का प्रभाव दिखाई देने लगा और बाजार में बहुत से रंग और आकार के सुन्दर छाते आने लग गए हैं। काले रंग के पीछे की वजह यह है कि काला रंग गर्मी को बहुत जल्दी अवशोषित कर लेता है और गर्मी को तेजी से उत्सर्जित भी कर देता है, जबकि बाकी रंग ऐसा नहीं कर पाते हैं। बारिश के मौसम में काले रंग के छाते जल्दी सूख भी जाते हैं। इसके अलावा काला रंग गर्मी को हर दिशा में फैला देता है इसलिए काला छाता अंदर से सिल्वर कलर का बनाया जाता है ताकि छाते के अंदर गर्मी का प्रवेश ना हो सके।

ये सिल्वर कलर सिल्वर मिरर की तरह काम करता है और गर्म किरणों को वापिस छाते से बाहर भेज देता है। इतना ही नहीं, काले छाते का इस्तेमाल करके सूरज से आने वाली हानिकारक अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से भी बचाव किया जा सकता है। काला छाता यूवी किरणों को स्किन तक पहुंचने नहीं देता है और अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से 99 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करता है।

प्रश्न - (2) छिपकली दीवार पर कैसे चिपक जाती है?
छिपकली दीवारों और छतों पर आसानी से चल भी पाती है और कई बार दौडऩे भी लगती है। क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण है? कुछ समय पहले तक इसका कारण छिपकली के पंजों और दीवार के बीच वैक्यूम बनना माना जाता था लेकिन असल में इसका कारण छिपकली के पैरों की संरचना में छिपा है। छिपकली के पैर में बहुत सारे सूक्ष्म रेशे होते हैं, जिन्हें सीटे कहते हैं। हर सीटे में सैंकड़ों सूक्ष्म रोम होते हैं जो स्पैचुले कहलाते हैं। जब ये स्पैचुले दीवार के संपर्क में आते हैं तो वंडर वाल्स बल उत्पन्न होता है और इसी बल के कारण छिपकली दीवार पर आसानी से चिपकी रह पाती है।

प्रश्न - (3) एंटीबायोटिक क्या होती हैं और हमारे शरीर पर कैसे काम करती हैं?
एंटीबायोटिक्स को एंटीबैक्टिरियल भी कहा जाता है। जब भी हमारे शरीर पर बैक्टीरिया का आक्रमण होता है, तो सामान्य तौर पर हमारा रोग प्रतिरोधक तंत्र उस बैक्टीरिया और उसके इन्फेक्शन को नष्ट कर देता हैं। ये काम हमारे ब्लड में मौजूद व्हाइट ब्लड सेल्स करती हैं लेकिन जब बैक्टीरिया का इन्फेक्शन बहुत गंभीर हो जाता है तो अकेले प्रतिरोधक तंत्र के लिए उससे लडऩा आसान नहीं रह जाता। ऐसे में एंटीबायोटिक्स की मदद ली जाती है जो बैक्टीरिया को समाप्त कर देते हैं या फिर उनकी ग्रोथ को धीमा कर देते हैं और हम जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।