फिलहाल दो नए कमरों और बाकी पुराने कमरों में ही कक्षाएं चल रही हैं, प्राचार्य कक्ष, कर्मचारी कक्ष और कार्यालय सहित सभी पुराने कमरों में ही कार्य कर रहे हैं। इससे कॉलेज कर्मचारी और छात्र-छात्राएं जान के डर से ही दिन गुजार रहे हैं।
रोण कॉलेज में प्राचार्य समेत कुल 16 पद स्वीकृत हैं परन्तु वर्तमान में प्राचार्य पद सहित 11 पद रिक्त हैं। व्याख्याताओं की नियुक्ति और नियुक्ति नहीं होने के कारण विज्ञान विभाग में भी फिलहाल प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
हिरेहाल कॉलेज में कुल नौ स्वीकृत पदों में से केवल दो स्थायी व्याख्याता हैं और उन्हीं में से एक प्रभारी प्राचार्य के तौर पर कार्यरत हैं। बकाया नियुक्ति पर एक और तीन अतिथि व्याख्याता काम कर रहे हैं और वर्तमान में तीस छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
यहां केवल कला विभाग में प्रवेश है, वाणिज्य विभाग में प्रवेश की अनुमति होने पर भी कर्मचारियों की नियुक्त नहीं होने के कारण छात्र प्रवेश लेने से कतराते हैं।
अच्छे परिणाम दर्ज कर रहे हैं छात्र
हुल्लूर गांव के सरकारी पीयू कॉलेज में स्वीकृत छह पदों में से केवल दो स्थायी व्याख्याता और 4 अतिथि व्याख्याता हैं। कर्मचारी और सुविधाओं की कमी के बावजूद कला विभाग के छात्र अच्छे परिणाम दर्ज कर रहे हैं।
व्याख्याताओं की नियुक्ति का अनुरोध
स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग से जल्द से जल्द तालुक में विज्ञान और वाणिज्य विभागों के लिए व्याख्याताओं की नियुक्ति करके छात्रों के भविष्य को सुविधाजनक बनाने का अनुरोध किया है।
75 फीसदी से अधिक परिणाम दर्ज
रोण स्थित सरकारी स्वतंत्र पीयू कॉलेज में कर्मचारियों की कमी और भवन की समस्या के बावजूद साल दर साल छात्रों की संख्या बढ़ रही है। हम हर साल 75 फीसदी से अधिक परिणाम दर्ज कर रहे हैं।–बीएस मानेद, प्रभारी प्राचार्य, रोण
प्रवेश लेने से कतरा रहे हैं छात्र
हिरेहाल कॉलेज में वर्तमान में दो स्थायी व्याख्याता हैं। व्याख्याताओं की कमी के कारण छात्र वाणिज्य विभाग में अनुमति होने के बावजूद प्रवेश लेने से कतरा रहे हैं।–एस.बी. गडगी, प्रभारी प्राचार्य, सरकारी पीयू कॉलेज, हिरेहाल