मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना काल के पूर्व की तरह जैसे स्कूल संचालित किए जाते थे। वैसे ही विद्यालय संचालित किए जाने और पठन-पाठन शुरू करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि स्कूल प्रशासन को मास्क, थर्मल स्कैनर, स्वच्छता व छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान देने की हिदायत दी गई है।
School Reopen in UP
अतिरिक्त मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक को भेजे गए एक पत्र के अनुसार, कक्षा 6 से 8 के लिए स्कूल 10 फरवरी से और कक्षा 1 से 5 मार्च तक फिर से खुलेंगे। केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार, राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षण शुरू करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। पहले, उच्च और माध्यमिक शैक्षणिक संस्थानों को फिर से खोला जाना चाहिए और बाद में सभी स्कूलों में कक्षाएं शुरू की जानी चाहिए। शिक्षा विभाग ने पहले ही शिक्षण संस्थानों द्वारा अपनाई जाने वाली मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी कर दी है।
छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, कक्षाओं को साफ किया जाएगा. उन्होंने कहा कि थर्मल स्कैनिंग, फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सभी स्कूलों में सुनिश्चित की गई है. राज्य में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल 19 अक्टूबर को फिर से खुल गए थे।
नियमित रूप से खुलेंगे शैक्षिक संस्थान
स्कूल व डिग्री कॉलेज के शैक्षिक सत्र को पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री ने नियमित रूप से शिक्षण संस्थाएं खोलने के निर्देश दिए हैं। वहीं, पिछले 11 महीने से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे छात्र अब कक्षा में गुरुजी से रूबरू होकर सवाल कर सकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कक्षा 6 से आठ तक के उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व डिग्री कॉलेजों को 10 से पूर्व की तरह संचालित किए जाने के निर्देश दे दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के 1.5 लाख से अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1 करोड़ 83 लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं।