
Student Visa: हर साल बड़ी संख्या में भारत के छात्र अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं। इसके लिए उन्हें वीजा की जरूरत पड़ती है। विभिन्न देशों में स्टूडेंट के लिए अलग प्रकार के वीजा होते हैं। यदि कोई स्टूडेंट शॉर्ट टर्म कोर्स कर रहा है तो उसके लिए शॉर्ट टर्म वीजा और लॉन्ग टर्म कोर्स के लिए अलग वीजा। अलग-अलग देशों में इसके लिए अलग टर्म होते हैं। अगर आप भी बाहर पढ़ने जाना चाहते हैं तो वीजा के लिए अप्लाई करना बहुत जरूरी है। अप्लाई करने से पहले आइए जानते हैं कि वीजा कितने प्रकार के होते हैं।
स्टूडेंट वीजा मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं, शार्ट टर्म वीजा और लॉन्ग टर्म वीजा। शार्ट टर्म वीजा सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्सेज के लिए इस्तेमाल किया जाता है जबकि लॉन्ग टर्म वीजा बैचलर्स और मास्टर्स करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें इंटर्नशिप पीरियड भी शामिल होता है। हालांकि, हर देश में वीजा के लिए कुछ नियम हैं। वहीं कई देशों में इसे जरूरत के हिसाब से अलग-अलग भागों में बांटा गया है।
यह वीजा उन लोगों के लिए है जो यूके में जाकर अंग्रेजी पढ़ना चाहते हैं। यह 11 महीनों के लिए दिया जाता है, जिसके बाद आपको वापस अपने देश लौटना पड़ता है।
यह वीजा उन विद्यार्थियों के लिए होता है जो अपनी उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, जैसे कि बैचलर्स या मास्टर्स। यह लगभग 5 सालों के लिए मान्य होता है।
यह वीजा 4-17 साल की उम्र के वैसे बच्चों के लिए है जो विदेश आकर इंडिपेंडेंट स्कूल में पढ़ना चाहते हैं।
ऐसे छात्र जो हाई स्कूल या कॉलेज करना चाहते हैं, यह वीजा उनके लिए है या फिर जिनका हफ्ते में 18 घंटे या उससे ज्यादा का कोर्स होता है उनके लिए। इसकी वैधता 5 सालों तक होती है।
यह यूएस का शार्ट टर्म वीजा होता है, जिसे वोकेशनल स्टडी के लिए लिया जाता है। इसकी अवधि एक साल तक की होती है लेकिन इसे 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
ऐसे लोग जो किसी प्रकार की ट्रेनिंग, फेलोशिप या स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग के लिए विदेश जाना चाहते हैं, ऐसे प्रोफेशनल्स के लिए J-1 वीजा है। यह वीजा 10 महीनों के लिए मान्य है।
ऑस्ट्रेलिया में छात्र वीजा के विभिन्न प्रकार हैं जो अध्ययन, अध्ययन के बाद कार्य परमिट, ऑस्ट्रेलिया में रहने और यहां काम करने के आधार पर भिन्न होते हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने स्टूडेंट वीजा फीस (Australia Student Visa Fees Increases) में बढ़ोत्तरी की है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार के इस फैसले का असर भारतीय छात्रों पर पड़ेगा।
Updated on:
05 Jul 2024 05:06 pm
Published on:
05 Jul 2024 04:40 pm
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