Madhya Pradesh Sambal Yojana: आज भी देश में हजारों ऐसे छात्र हैं जो पढ़ाई में होनहार होते हुए भी आर्थिक तंगी के कारण आगे की शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। कई बार सरकारी मदद से या पेरेंट्स की चाह से किसी तरह स्कूली शिक्षा तो पूरी हो जाती है, लेकिन उसके बाद की पढ़ाई सपना बनकर रह जाती है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने एक प्रभावी पहल की है। अब राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर और श्रमिक वर्ग के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए चिंतित होने की जरूरत नहीं है। संबल योजना(Sambal Yojana) के तहत अब वे सिर्फ 10 रुपये में कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य है कि पैसों की कमी किसी बच्चे के भविष्य में बाधा न बने।
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मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा संचालित यह योजना "रजिस्टर्ड श्रमिक परिवारों के बच्चों" को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है। योजना के तहत छात्रों को कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए सिर्फ 10 रुपये की नाममात्र फीस देनी होती है। इसके बाद उनकी एडमिशन फीस, ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षणिक खर्चों की भरपाई सरकार खुद करती है। इस पहल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि छात्र बिना आर्थिक बोझ के अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। राज्य सरकार सीधे संबंधित कॉलेज को शैक्षणिक खर्च की राशि भेजती है, जिससे छात्रों या उनके परिवारों को कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना पड़ता।
यह योजना उन परिवारों के लिए एक वरदान साबित हो रही है, जो कभी कॉलेज की पढ़ाई का सोच भी नहीं सकते थे। अब उनके बच्चे सिर्फ सपना नहीं देख रहे, बल्कि कॉलेज जाकर उसे साकार भी कर रहे हैं।
इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्र के पास "संबल कार्ड(Sambal Card)" होना अनिवार्य है। यह कार्ड पंचायत कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल के जरिए बनवाया जा सकता है। जिन छात्रों के माता-पिता श्रमिक के रूप में रजिस्टर्ड हैं और जिनके पास संबल कार्ड है, वे राज्य के किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
Published on:
15 Jun 2025 07:16 pm