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इस IIT से बिना JEE Score के भी कर पाएंगे 4 साल का ये बैचलर डिग्री प्रोग्राम, जानिए डिटेल्स

इस कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन 25 अप्रैल से शुरू होंगे और 25 मई 2025 तक चलेंगे। इच्छुक उम्मीदवार IIT की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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भारत

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Anurag Animesh

Apr 22, 2025

IIT Guwahati

IIT Guwahati

IIT Guwahati ने बायोमेडिकल साइंस और इंजीनियरिंग में चार साल का नया BS (Bachelor of Science) प्रोग्राम शुरू किया है। यह कोर्स संस्थान के ज्योति एंड भूपत मेहता स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (JBMSHST) के तहत करवाया जाएगा। यह प्रोग्राम AIIMS Guwahati और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (NIPER) गुवाहाटी के सहयोग से संचालित किया जाएगा, जिससे छात्रों को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल अनुभव भी मिलेगा।

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IIT: कैसे और कौन कर सकता है आवेदन


इस कोर्स में दाखिले के लिए आवेदन 25 अप्रैल से शुरू होंगे और 25 मई 2025 तक चलेंगे। इच्छुक उम्मीदवार IIT गुवाहाटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए योग्यता की बात करें तो इसमें वही छात्र आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय लिए हों और कम से कम 75% अंक प्राप्त किए हों। इसके अलावा, जिन छात्रों ने IISER एप्टीट्यूड टेस्ट 2025 पास किया है, वे भी इसमें आवेदन कर सकते हैं। इसमें दाखिला JEE Score या अन्य परीक्षा के आधार पर नहीं लिया जाएगा।

Bachelor of Science: क्या है खास इस कोर्स में?

IIT Guwahati के डायरेक्टर प्रोफेसर देवेंद्र जलिहाल का कहना है कि यह कोर्स मेडिकल, इंजीनियरिंग और फार्मा क्षेत्रों को एक साथ जोड़ता है। कोर्स में टेक्नोलॉजी, डिज़ाइन, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, मैथमेटिकल मॉडलिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई विषय पढ़ाए जाएंगे। कोर्स में छात्रों को क्लिनिकल इमर्शन का भी मौका मिलेगा, जिसमें वे अनुभवी डॉक्टरों और हेल्थ प्रोफेशनल्स के साथ काम कर सकेंगे। इससे उन्हें असली दुनिया का अनुभव मिलेगा और तकनीक व स्वास्थ्य सेवा के बीच की दूरी को समझने में मदद मिलेगी।

Emerging courses: क्या हैं भविष्य के अवसर

यह कोर्स पूरा करने के बाद छात्र बायोमेडिकल डिवाइस, बायोइंस्ट्रूमेंटेशन, औषधि विज्ञान, बायोइन्फॉर्मेटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और हेल्थ टेक्नोलॉजी में रिसर्च या नौकरी कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद से टेक्नोलॉजी और स्वास्थ दोनों को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।

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