
Aparna Yadav impressed by PM Modi and CM Yogi
राष्ट्र आराधना करने निकली हूं...इस चुनावी शंखनाद के साथ उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपर्णा यादव ने नई बिसात बिछा दी है। भारतीय जनता पार्टी का बुधवार को दामन थामने वाली अपर्णा यादव ने समाजवादी पार्टी को ले अपने इरादे जता दिए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री की बेहद करीबी और नई दिल्ली में भाजपा में शामिल होने वाली अपर्णा यादव का उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी खास संबंध है। यही वजह है कि उनका टिकट भी तय माना जा रहा है।
अपर्णा यादव का मुख्यमंत्री योगी से ये है खास नाता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ का गृहस्थ नाम अजय सिंह बिष्ट था और अपर्णा यादव का भी पूरा नाम अपर्णा सिंह बिष्ट है। यह दोनों ही उत्तराखंड से हैं और एक ही समुदाय से आते हैं। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को योगी सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। इसके पीछे यही वजह मानी जा रही थी।
अपर्णा यादव ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामों की तारीफ की थी। तब अपर्णा ने कहा था कि सीएम बनने के बावजूद योगी आदित्यनाथ जमीन से जुड़े हुए हैं। वह मेरे लिए गुरु जैसे हैं। इसके साथ ही हिंदूवादी होना कोई गुनाह नहीं है। वह पूरे प्रदेश को साथ लेकर चलने वाले हैं धर्म-जाति और समुदाय से ऊपर उठकर वह हमेशा सभी की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
अखिलेश की पत्नी भी करीबी
मुलायम सिंह यादव की दोनों ही बहुएं उत्तराखंड की हैं। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पौड़ी गढ़वाल के किलबउखाल गांव से ताल्लुक रखती हैं। यह गांव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पंचूर गांव से 56 किमी की दूरी पर है। योगी आदित्यनाथ के मूल निवास के करीब का होने के कारण ही ऐसी अफवाह उड़ी थी कि डिंपल और योगी रिश्तेदार हैं। डिंपल और योगी दोनों एक ही जाति संबंध रखते हैं, ऐसे में इसे बल भी मिला था।
2019 की लड़ाई 2022 में भाजपाई
सितंबर 2019 में यूपी में जब विधानसभा उपचुनाव हुए थे तो समाजवादी पार्टी ने अपर्णा यादव को टिकट न देकर लखनऊ कैंट से सपा ने मेजर आशीष चतुर्वेदी को उतारा था। 2019 से शुरू हुई यह टिकट की लड़ाई ने अपर्णा यादव को भाजपाई बना दिया। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने चुनाव जीता था। अपर्णा यादव दूसरे नंबर पर रही थीं। ऐसे में 2019 के उप चुनाव में अपर्णा यादव को दावेदार माना जा रहा था लेकिन पार्टी ने आशीष चतुर्वेदी पर दांव लगाया था।
राममंदिर को चंदा
अपर्णा यादव कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर चुकी हैं। वह अयोध्या में बन रहे राममंदिर के लिए 11 लाख 11 हजार रुपये का चंदा दिया था।
Published on:
19 Jan 2022 01:24 pm
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