
असम में 26 मार्च को अमित शाह और नितिन गडकरी की रैलियां
नई दिल्ली। असम विधानसभा चुनाव ( Assam Assembly Elections 2021 ) के पहले चरण का मतदान शनिवार यानी 27 मार्च को होना है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही गठबंधनों ने इसके लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। गुरुवार 25 मार्च को इस चरण के मतदान का प्रचार जरूर खत्म हो गया, लेकिन राजनीतिक दलों ने अभी अपने कदमों को रोका नहीं है, बल्कि दूसरे चरण की तैयारियों में जुट गए हैं।
इसी कड़ी में बीजेपी के शीर्ष नेता 26 मार्च शुक्रवार को असम में तूफानी प्रचार करते नजर आएंगे। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने भाषणों के जरिए पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट बंटोरने की कोशिश करेंगे।
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शाह की चार रैलियां
बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार अमित शाह शुक्रवार को असम में एक-दो नहीं बल्कि चार रैलियों के जरिए ताबड़तोड़ प्रचार करेंगे। उनकी पहली रैली कामरूप के कमालपुर स्थित डगांव हाईस्कूल में होगी। वहीं दूसरी रैली के जरिए मोरीगांव के दहाली मकारिया पठार में जनसभा को संबोधित करेंगे।
इसके बाद अमित शाह की तीसरी रैली करीमगंज में होगी। यहां वे इसाबिल पठारकांडी में जनता से रूबरू होंगे।
जबकि चौथी और दिन की अंतिम रैली कचार के सिलचर में होगी। यहां इंडिया क्लब फील्ड पर शाह गरजेंगे।
गडकरी करेंगे तीन रैलियां
केंद्रीय गृहमंत्री नितिन गडकरी भी असम के दूसरे चरण के मतदान के लिए पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में वोटों की अपील करते नजर आएंगे। शुक्रवार को गडकरी तीन रैलियों के जरिए जनता के बीच होंगे।
केंद्रीय मंत्री की पहली रैली बालीपठार के बाजोरबरी में। यहां चमाता हाई स्कूल के मैदान में गडकरी जनसभा को संबोधित करेंगे।
जबकि दूसरी रैली गोलकगंज में होगी। यहां के कचोखाना हाई स्कूल मैदान पर गडकरी पार्टी के पांच सालों की उपलब्धियों के साथ आने वाले पांच साल के संकल्पों को दोहराएंगे।
वहीं शाम को वे मीडिया से रूबरू होंगे। इस दौरान गडकरी मीडिया सेंटर में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करेंगे। वे पार्टी के कामों बताने के साथ ही पत्रकारों के सवालों के जवाब भी देंगे।
आपको बता दें कि कांग्रेस लगातार बीजेपी पर इस बात का आरोप लगाती आई है, कि बीजेपी नेता जनता के सवालों से बचते रहे हैं, क्योंकि पिछले पांच वर्षों में उन्होंने जनता से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया है।
यही वजह है कि बीजेपी के नेता ना तो प्रेसवार्ता करते हैं और ना ही किसी अन्य तरीके से जनता के सवालों के जवाब देते हैं।
Published on:
26 Mar 2021 08:22 am
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