25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल को भेजा नोटिस, पूछा क्यों न करें कार्रवाई

ECI Notice: पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच चुनाव आयोग ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री को नोटिस भेजा है।

2 min read
Google source verification
 Election Commission sent notice priyanka gandhi and arvind kejriwal

पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के बीच चुनाव ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री को नोटिस भेजा है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने दोनों नेताओं की चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाते हुए शिकायत किया था। भाजपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को नोटिस जारी कर 16 नवबंर तक दोनों से जवाब तलाब किया है।

प्रियंका गांधी को भेजा नोटिस

चुनाव आयोग ने 14 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में कथित तौर पर असत्यापित और गलत बयान देने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। प्रियंका के बयान के बाद बीजेपी ने चुनाव आयोग से संपर्क किया और शिकायत की कि मध्य प्रदेश के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए, उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के संबंध में असत्यापित और झूठे बयान दिए। इसके बाद कांग्रेस नेता को चुनाव आयोग से नोटिस मिला। उनपर जनता को गुमराह करने और पीएम की छवि खराब करने का आरोप है।

अरविंद केजरीवाल को भी मिला नोटिस

वहीं, भाजपा ने चुनाव आयोग से आम आदमी पार्टी की शिकायत करते हुए कहा, “आप पार्टी के आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किए गए दो ट्वीट में पीएम मोदी को अपमानजनक तरीके से दर्शाया गया है। इस पर चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल को नोटिस भेजा है।

चुनाव आयोग ने पूछा क्यों न करें कार्रवाई

चुनाव आयोग का कहना है, प्रथम दृष्टया में पोस्ट में आदर्श आचार संहिता के साथ-साथ कानून का उल्लंघन पाया गया है। उनसे 16 नवंबर तक स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जिसमें पूछा गया है कि आचार संहिता के साथ-साथ चुनाव और कानूनों के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।

ये भी पढ़ें: आखिर क्यों स्मृती ईरानी ने नरेंद्र मोदी को बताया "शेर का बच्चा', जानिए पूरा मामला