
Jayant Chaudhary and Ajeet Singh
(UP Assembly Elections 2022)मेरठ। वेस्ट यूपी में जाटलैंड के चौधरी कहे जाने वाले पूर्व पीएम चरण सिंह और अजित सिंह की विरासत को संभालने की जिम्मेदार अब जयंत चौधरी के कंधों पर है। उत्तर प्रदेश 2022 के चुनावों में आरएलडी के अध्यक्ष व युवा नेता जयंत चौधरी की नजर अब वेस्ट यूपी के जाटों के प्रभाव डालने वाली 136 सीटों पर है। वेस्ट यूपी की इन 136 सीटों में मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, आगरा, अलीगढ़, यह 6 जिले शामिल है,
छपरौली है चौधरी परिवार का गढ़
दरअसल छपरौली चौधरी परिवार का गढ़ रहा है, जयंत चौधरी के दादा चरण सिंह और फिर पिता अजित सिंह ने हमेशा से छपरौली पर अपना दबदबा कायम रखा है। साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगो के बावजूद चौधरी परिवार ने अपना यह किला मजबूत रखा था और 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में आरएलडी ने यहां से बेहतर प्रदर्शन किया था। अब किसान आंदोलन के चलते जाटों के समर्थन को देखते हुए ये अनुमान लगाया जा रहा है की जयंत चौधरी अपनी पारिवारिक जमीन छपरौली से चुनाव लड़ सकते हैं।
84 साल पहले छपरौली से विधानसभा पहुंचे थे चरण सिंह
छपरौली में ही आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी को विरासत संभालने के लिए पगड़ी पहनाई गई। इस विधानसभा सीट ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का खूब साथ दिया है। दादा और पिता की विरासत से अब जयंत चौधरी को भी बड़ी आस है।
छपरौली के लोग चौधरी परिवार के साथ कई पीढ़ियों से खड़े रहे हैं इसलिए छपरौली को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि कहा जाता है। यहां से 84 साल पहले उनको विधानसभा में पहुंचाया था।
साल 1937 से 1977 तक चौधरी चरण सिंह छपरौली से लगातार विधायक रहे और यूपी के सीएम बने। इसी जाटलैंड बागपत से चौधरी चरण सिंह तीन बार सांसद बने। अजित सिंह छह बार लोकसभा सीट जीते, लेकिन उनकी जीत में छपरौली का बड़ा योगदान रहा था।
किसान आंदोलन से मिल रही आरएलडी को ऑक्सीजन
आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी ने यूपी चुनावों को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
चुनावी गणित का कहना है कि 2014 के बाद कमजोर हुई पार्टी अब किसान आंदोलन के बाद मजबूत हो रही हैं। जिसका फायदा पार्टी को यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों में होगा।
खाप पंचायतों के समर्थन से जयंत चौधरी में दिख रहा जोश
आरएलडी का कहना है कि खाप पंचायतों का साथ पूरे दिल से मिल रहा है, हाल ही में हुई रस्म पगड़ी जिसमे यूपी ही नहीं, हरियाणा-पंजाब की खाप भी जयंत को आशीर्वाद देने छपरौली पहुंची थी।
जयंत चौधरी की रस्म पगड़ी में खाप चौधरियों के साथ 36 बिरादरी की तरफ से पगड़ी बांधी गई थी। तब भावुक जयंत ने कहा भी आपके सम्मान में तो झुकूंगा, लेकिन इस पगड़ी को कहीं झुकने नहीं दूंगा। दरअसल, कृषि बिल को लेकर चल रहे आंदोलन से आरएलडी को बड़ा जाट समर्थन मिल रहा है।
Updated on:
23 Sept 2021 11:03 am
Published on:
23 Sept 2021 11:00 am
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