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Kerala Assembly Elections 2021 – क्या कट्टरपंथ को मुद्दा बना कर चुनाव लड़ेगी भाजपा

Kerala Assembly Elections 2021 - भाजपा केरल में बढ़ते कट्टरपंथ और इस्लामिक स्टेट के प्रभाव को लेकर समय-समय पर राज्य सरकार पर आक्रामक होती रही है।

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Sunil Sharma

Mar 17, 2021

bjp

Kerala Assembly Elections 2021 - संयुक्त राष्ट्र संघ ने जुलाई 2020 में एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत के केरल और कर्नाटक राज्य में बड़ी संख्या में इस्लामिक स्टेट के आंतकी मौजूद हो सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अलकायदा भारत में किसी बड़े आंतकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहा है। यहां इस रिपोर्ट का उल्लेख करना इसलिए जरूर हो जाता है कि भाजपा केरल में बढ़ते इस्लामिक कट्टरपंथ को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधती रही है और केरल विधानसभा चुनाव 2021 में इसे एक मुद्दे के रुप में भुनाने का हरसंभव प्रयास कर सकती है।

उत्तर भारतीय हिंदुओं से अलग है दक्षिण भारतीय हिंदू
भाजपा अपने इस मुद्दे को उठा कर कितनी सफलता पा सकती है, इस बात को समझने के लिए हमें वहां के धार्मिक और सामाजिक माहौल को समझना होगा। वर्तमान में केरल में लगभग 55 फीसदी हिंदू हैं जो लेफ्ट पार्टीज तथा कांग्रेस के परंपरागत वोटर माने जाते हैं, शेष 45 फीसदी में मुस्लिम तथा क्रिश्चियन कम्यूनिटी आती है। उत्तर भारत के विपरीत दक्षिणी भारत में हिंदुओं में भाजपा का कोई बड़ा प्रभाव नहीं है, इसके साथ ही क्रिश्चियन भी भाजपा से दूरी रखना पसंद करते हैं हालांकि कुछ समय पहले लव जिहाद के मुद्दे पर कुछ ईसाई समूहों ने भाजपा का समर्थन करने की बात कही थी। जहां तक मुस्लिम वोटर्स की बात है, वे कांग्रेस को वोट करते रहे हैं लेकिन हाल के दिनों में मुस्लिम लीग की तरफ उनका रुझान बढ़ रहा है।

आतंक और कट्टरपंथ को मुद्दा बनाकर ही सफल हो सकती है भाजपा
इन हालातों में भाजपा के सामने एकमात्र रास्ता यही बचता है कि वो आतंकवाद और बढ़ते कट्टरपंथ के मुद्दे को उठाकर वहां के हिंदुओं की भावनाओं को किसी भी तरह अपने पक्ष में कर सकें। यदि भाजपा ऐसा करने में सफल होती है तो माना जा सकता है कि वहां भाजपा एक प्रमुख दल के रूप में उभर सकती है। आपको बता दें कि हाल ही भाजपा में शामिल होने वाले मेट्रो मैन ई. श्रीधरन ने भी हिंदू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की थी।

यहां यह भी देखने वाली बात है कि किसी समय केरल में जीरो प्रजेंस रखने वाली भाजपा ने हाल ही दिसंबर में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में 15 फीसदी वोट हासिल किए थे जिसे एक बहुत बड़ी सफलता माना जा सकता है लेकिन क्या विधानसभा चुनावों में भी भाजपा इस कारनामे को दोहरा पाएगी, कहना मुश्किल होगा।