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Uttar Pradesh Assembly Elections 2022: चौधरी चरण सिंह के मिशन को आगे बढ़ाने में जुटी रालोद

(Uttar Pradesh Assembly Elections 2022): राष्ट्रीय लोकदल की एक सभा का आयोजन बुधवार को गांव मीरपुर में किया गया। जिसमें पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष ने गांव मीरपुर निवासी निरंकार प्रधान को जिलाध्यक्ष नामित किया गया।

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Jayant Chaudhary

जयंत चौधरी

लखनऊ.(Uttar Pradesh Assembly Elections 2022): उत्तर प्रदेश के चुनावों की तैयारी में सभी पार्टियां जुट गई हैं, और जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) में काम पर लग गई है। बुद्धवर को मीरपुर गांव में रालोद ने सभा का आयोजित की थी। जिसमें पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष ने गांव मीरपुर निवासी निरंकार प्रधान को जिलाध्यक्ष नॉमिनेट किया।

गांधी जी के सपनो को पूरा करेगी रालोद

पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष नानक चंदं शर्मा ने बताया कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की प्रदेश में सत्ता आने पर संविधान के 73वें पंचायत राज पर त्रिस्तरीय पंचायतों में संशोधन कर पंचायतों को अधिक अधिकार देने का काम किया जायेगा। रालोद ने सभा में कहा कि पंचायतों में राष्ट्रपिता महातमा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के सपनों का ग्राम स्वराज स्थापित किया जाएगा।

जयंत चौधरी के मिशन को आगे बढ़ाने में जुटे रालोद के युवा

सभा की अध्यक्षता करते हुए रालोद के जिलाध्यक्ष गौरव प्रताप ने कहा कि गांव मीरपुर निवासी निरंकार प्रधान को पंचायती राज प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष नॉमिनेट किया। उन्हें यह दायित्व मिलने के बाद रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के मिशन को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। युवा जिलाध्यक्ष अशोक त्यागी ने कहा कि रालोद ने हमेशा किसानों के संघर्षों की लड़ाई लड़ी है। आगे भी पार्टी की ओर से किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके साथ लड़ाई लड़ी जाएगी।

किसानों का वोट साधने में जुटी रालोद

उत्तर प्रदेश के बागपत में ढिकौली गांव में हाल ही में हुई किसान महापंचायत में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला था। जयंत चौधरी ने कहा था की सरकार किसानों के साथ नहीं खड़ी है, लेकिन माहोल किसानों के पक्ष में ही है।

जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को दबाना चाहती हैं, पहले किसानों को खालिस्तानी के कर बदनाम किया गया और कोशिश की गई की किसी तरह आंदोलन तब जाए।

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