
UP Assembly Elections 2022: गन्ना-जिन्ना और हिजाब से होता हुआ आतंकवादी साइकिल तक पहुँचा यूपी चुनाव
UP Assembly Elections 2022: यूपी विधानसभा चुनाव के तीन चरण पूरे हो चुके हैं। ध्यान से देखें तो आप पाएंगे कि तकरीबन इन चुनावों के हर चरण में मुद्दे बदलते रहे हैं। पहले चरण में गन्ना-जिन्ना और हिजाब से होते हुए चौथे चरण के मतदान तक साइकिल आतंकवादी हो चुकी है। आइये देखते हैं कि कैसे हर चरण में चुनावी मुद्दे बदलते रहे।
पहला चरण "गरमी निकालना बना मुद्दा"
पहले चरण की बात करें तो इस चरण में सबसे ज्यादा किसान आंदोलन का मुद्दा गरम था। लेकिन चरण की शुरुआत से पहले जो सियासी बयानबाजी शुरू हुई वो गरमी निकालने पर पहुंच गयी। हालांकि इस चरण में ध्रुवीकरण भी अहम मुद्दा बना रहा, यही वजह है कि बीजेपी ने कैराना पलायन का मुद्दा जमकर उछाला।
दूसरा चरण "मुस्लिम बेल्ट में छाया जाति धर्म का मुद्दा”
यूपी चुनाव के दूसरा चरण में सबसे बड़ा मुद्दा जाति-धर्म का छाया रहा। चूंकि इस चरण का चुनाव जिन जिलों में होना था वो पूरा मुस्लिम बेल्ट माना जाता है। यहाँ तक कि इस चरण के कुछ जिले ऐसे थे जहाँ मुस्लिम आबादी 50 फीसदी तक थी।
तीसरा चरण "हिजाब बना मुद्दा"
मुस्लिम बेल्ट से निकलकर तीसरे चरण में बुन्देलखण्ड और यादव लैण्ड में चुनाव पहुँचा तब तक पुराने मुद्दों की जगह नये मुद्दे आ चुके थे। दूसरे चरण के पहले शुरू हुआ हिजाब विवाद तीसरे चरण तक कर्नाटक की सीमा को लाँघ यूपी तक पहुँच चुका था और यहाँ के चुनाव को प्रभावित करने को तैयार था। हालाँकि बुन्देलखण्ड में आवारा पशुओं का ही मुद्दा मुख्य बना रहा।
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चौथे चरण के पहले "आतंकवादी हुई साइकिल"
अब चौथे चरण के पहले 'गरमी' ठंडी हो गयी और 'हिजाब' उड़ गया। इस चरण में साइकिल आतंकवादी हो चुकी है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरदोई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि, ''जितने भी धमाके हुए सब समाजवादी पार्टी के चुनाव निशान साइकिल पर रखकर किये गये और मैं हैरान हूं कि उन्होंने (आतंकियों) साइकिल को क्यों पसंद किया।" जिस पर अखिलेश यादव ने पलटवार भी किया।
Updated on:
23 Feb 2022 06:32 am
Published on:
22 Feb 2022 06:55 pm
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