
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 : चित्रकूट धाम मंडल में हिंदुत्व का एजेंडा ही भाजपा को जिताएगा चुनाव, सत्ताविरोधी लहर बनाने की कोशिश में विपक्ष
लखनऊ. चित्रकूट धाम मंडल में चार जिले बांदा, हमीरपुर,चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर आते हैं। यह राम मंदिर मुद्दे का ही कमाल था कि मोदी लहर चली और भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में चित्रकूट धाम मंडल की सभी 10 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर विरोधियों को चौंका दिया था। पिछले साढ़े चार साल में योगी सरकार ने चित्रकूट की धार्मिक व सांस्कृतिक पहचान बनाने के प्रयास किए और यहां के साधु-संतों की चरण वंदना करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। कई ऐसे कार्यक्रम हुए जिनमें संघ प्रमुख से लेकर पार्टी के बड़े नेता शामिल हुए। कुल मिलाकर इतने से ही भाजपा को Uttar Pradesh Assembly Election 2022 का माहौल अपने पक्ष में लग रहा है लेकिन पिछली हार से विपक्ष ने सीख ली और अपनी जमीन तैयार करने में लगा हुआ है पर Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में पक्ष-विपक्ष पर फैसला तो मतदाता ही करेंगे।
चित्रकूट धाम मंडल में राजनीति में किसी भी दल का कभी एकाधिकार नहीं रहा। यहां सालों साल कम्युनिस्ट पार्टी का झंडा भी लहराया तो कांग्रेस का पंजा, सपा की साइकिल,बसपा का हाथी और भाजपा का कमल भी। ये सभी दल यहां की सियासत में सक्रिय हैं, लेकिन इनकी सियासत तब धरी की धरी रह गई जब पिछले विस चुनाव भाजपा ने इस मंडल की सभी 10 सीटें जीत ली। इसके पहले 2012 के विस चुनाव में महज 2 सीटों पर जीती थी।
वर्ष 2012 में ये थे नतीजे
2012 के विस चुनाव में बांदा की तिंदवारी व बांदा सदर कांग्रेस ने, बबेरू सपा और नरैनी सीट बसपा के खाते में गई थी। इसी तरह चित्रकूट जिले की दो सीटों में से सदर सपा और मानिकपुर बसपा ने जीती थी। हमीरपुर की दो सीटों में से सदर पर भाजपा व राठ सीट कांग्रेस जीती थी। महोबा जिले की महोबा सीट बसपा और चरखारी सीट भाजपा ने जीती थी।
वर्ष 2017 में सिर्फ भाजपा
वर्ष 2017 के विस चुनाव में भाजपा ने सभी 10 सीटें जीत लीं। यहां के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी कहीं ठहर नहीं सकी। अन्य दलों का भी यही हाल रहा जबकि बांदा में कांग्रेस की स्थिति ठीक-ठाक रह चुकी है। हालांकि जानकारी बताते हैं कि भाजपा ने मोदी लहर के साथ ही सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाकर सपा को चित किया था।
बांदा-4 सीटें
भाजपा के प्रकाश द्विवेदी बांदा सदर से, राजकरन नरैनी सुरक्षित से, चंद्रपाल कुशवाहा बबेरू से, ब्रजेश कुमार प्रजापति तिंदवारी से विधायक हैं।
महोबा -2 सीटें
भाजपा के राकेश गोस्वामी महोबा से ब्रजभूषण राजपूत चरखारी से विधायक हैं।
हमीरपुर-2 सीटें
भाजपा के युवराज सिंह हमीरपुर सदर से और मनीषा अनुरागी से राठ से विधायक हैं।
चित्रकूट -2 सीटें
भाजपा के चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर से और आनंद शुक्ला मानिकपुर से विधायक हैं। 2017 में मानिकपुर से भाजपा के ही आरके सिंह पटेल जीते थे। वे सांसद बन गए तो उपचुनाव में भाजपा पुन: जीती। चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय योगी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री हैं।
विस चुनाव 2022 में बदलेगी तस्वीर
चित्रकूट मंडल की सभी 10 सीटों को जीत कर भाजपा ने विपक्ष को पस्त कर दिया था लेकिन योगी सरकार के साढ़े चार साल में विपक्ष फिर उठ खड़ा हुआ है। इसमें सपा की ताकत बढ़ी है। इसके अलावा सपा के मजबूत होने की कुछ भी और वजहें हैं। मसलन हमीरपुर के राठ से कांग्रेस के विधायक रहे गयादीन अनुरागी का सपा में आ गए हैं।
भाजपा बूथ मजबूत कर रही
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में चित्रकूट मंडल में भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी हवा बनाने का काम तेज कर दिया है। जन विश्वास यात्राओं के साथ-साथ बूथवार मीटिंग्स का दौर चल रहा है। हर छोटे-बड़े नेता का ध्यान बूथ मैनेजमेंट पर ही केंद्रित है। भाजपा के सहयोगी संगठनों के कई बड़े कार्यक्रम चित्रकूट मंडल में भाजपा ने किए और यह सिलसिला जारी है। हालांकि कार्यकर्ताओं के मन में यह टीस जरूर है संगठन पर व्यक्तिवाद हावी होने से आम कार्यकर्ताओं की पूछपरख बहुत कम हो गई और कारपोरेट कल्चर हावी है।
विपक्षी दलों में सपा आगे
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में चित्रकूट मंडल में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ हो गया था। विपक्षी दलों की जोर आजमाइश में समाजवादी पार्टी सबसे आगे है। वर्ष 2012 के चुनाव में इन दलों का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर था। पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल कहते हैं कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों का पूरा फायदा सपा को मिलने वाला है। पूरे मंडल में कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा है। हालांकि इसके जवाब में योगी सरकार में राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय का कहना है कि योगी सरकार ने एक्सप्रेस वे निर्माण सहित कई विकास कार्य किए हैं और इसका फायदा चुनाव में मिलेगा।
ये हैं मंडल के प्रमुख मुद्दे
चित्रकूट : उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत,सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार
बांदा : रोजगार का अभाव, कानून-व्यवस्था लचर
हमीरपुर : जर्जर सड़कें, छुट्टा पशुओं से किसानी तबाह
महोबा : शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं व रोजगार बढ़ाने की जरूरत
Published on:
25 Dec 2021 02:47 pm
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