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UP Assembly Elections 2022 : हाजी रिजवान का टिकट काट अखिलेश ने दी बगावत को हवा, बसपा में शामिल हुए सपा विधायक

UP Assembly Elections 2022 : समाजवादी पार्टी ने इस बार कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हाजी रिजवान का पार्टी ने इस बार टिकट काट दिया था। इससे विधायक रिजवान नाराज हो गए थे। टिकट कटने के बाद भी उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने का एलान किया था। लेकिन किस पार्टी से, इसके बारे में नहीं बताया था। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। उधर विधायक ने खुद भी पार्टी को इस्तीफा भेज दिया था।

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लखनऊ

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Amit Tiwari

Jan 25, 2022

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UP Assembly Elections 2022 : उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के बाद सबसे ज्यादा घमासान समाजवादी पार्टी में मचा हुआ है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव टिकट वितरण के बाद लगातार मुसीबतों में घिरते नजर आ रहे हैं। अखिलेश ने इस चुनाव में अपने चाचा शिवपाल सिंह के बेटे आदित्य यादव और भाजपा छोड़ सपा में आये स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य का टिकट काट दिया है। वहीं अखिलेश यादव ने मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट से हाजी रिजवान का काटकर सपा सांसद सांसद शफीकुर्रहमान के पोते जियाउर्रहमान को प्रत्याशी घोषित कर बगावत को हवा दे दी है। सपा से टिकट कटने से नाराज हाजी रिजवान मंगलवार को बसपा में शामिल में हो गये। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें कुंदरकी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है।

पोते को टिकट न मिलने पर सांसद ने दी थी धमकी

हाजी रिजवान के टिकट कटने के पीछे जो कारण सामने आया है, वह बहुत ही चौंकाने वाला है। बताया जाता है कि सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने धमकी दी थी कि अगर उनके पोते को टिकट नहीं मिला को वे लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे। कुंदरकी समाजवादी की परंपरागत सीट है। अगर यह सीट हाथ से जाती है तो इससे सपा को बड़ा नुकसान होगा।

त्रिकोणीय हुआ कुंदरकी सीट पर मुकाबला

हाजी रिजवान ने मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली और मायावती ने उन्हें कुंदरकी विधानसभा सीट से ही उम्मीदवार भी घोषित कर दिया। इससे पहले बसपा ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी थी। जिसे अब बदलकर हाजी रिजवान को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। उत्तर प्रदेश की सियासत पर हुए इस बड़े बदलाव के कारण मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

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कांग्रेस ने अभी नहीं घोषित किया प्रत्याशी

भाजपा ने यहां कमल प्रजापति को उतारा है तो सपा ने सम्भल सांसद शफीउर्ररहमान बर्क के के पोते जियाउर्रहमान को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने अभी अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।

कांठ में भी अनीसुर्रहमान ने की बगावत

कुंदरकी के अलावा मुरादाबाद जिले की ही कांठ सीट पर अनीसुर्रहमान सैफी सपा से दावेदारी कर रहे थे। पार्टी ने उन्हें भी टिकट नहीं दिया, उनके स्थान पर अमरोहा के पूर्व मंत्री रहे कमाल अख्तर को प्रत्याशी घोषित कर दिया था। मंगलवार को अनीसुर्रहमान ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र खरीदा। वे 27 जनवरी को नामांकन कराएंगे।

शिवपाल व स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे को नहीं मिला टिकट

इससे पहले भाजपा छोड़कर सपा में आये स्वामी प्रसाद ने अपने बेटे उत्कर्ष मौर्य के लिए रायबरेली की ऊंचाहार सीट से टिकट मांगा था। लेकिन अखिलेश ने यहां से सपा सरकार में मंत्री रहे मनोज पांडेय को टिकट दिया है। इसके अलावा प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने भी अपने बेटे आदित्य यादव के लिए विधानसभा का टिकट मांगा था। लेकिन अखिलेश ने दोनों को पार्टी से टिकट नहीं दिया।