अखिलेश के रुख के बाद शिवपाल ने तल्ख तेवर दिखाते हुए कहा है कि अखिलेश एक सप्ताह के भीतर गठबंधन या विलय के फैसले पर निर्णय लें, नहीं तो उनकी पार्टी कोई फैसला ले लेगी।
चाचा शिवपाल को अखिलेश ने भले ही अधर में लटका रखा हो लेकिन उन्होंने पूर्वी यूपी में सुभासपा को साधने के बाद पश्चिम यूपी में रालोद के साथ डील पक्की कर ली है। जयंत चौधरी की पार्टी को 36 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, सीटों पर रालोद के सिंबल पर सपा के नेता चुनावी समर में उतर सकते हैं। रालोद ने 62 सीटों की मांग की थी।
हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को एक रंग की पार्टी बताते हुए तंज कसा था। इस पर पलटवार करते हुए सोमवार को गोरखपुर में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अखिलेश पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा, जल्द ही आपकी टोपी भी लाल से केसरिया होने वाली है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों की सभी मांगों के समाधान पर जोर देते हुए भाजपा नेताओं के कथित भड़काऊ बयानों पर रोक लगाने की मांग की है।
सपा,बसपा और भाजपा में चुनावी जंग में बढ़त हासिल करने की होड़ लगी है। लेकिन बढ़त कांग्रेस बनाए हुए है। पार्टी ने एलान किया है कि वह एक दो दिन में महिला घोषणा पत्र जारी कर देगी। इसके बाद पहले चरण में कम से कम 50 महिला उम्मीदवारों की घोषणा हफ्तेभर में कर देगी।