नई दिल्लीPublished: Apr 28, 2021 10:50:02 am
विकास गुप्ता
West Bengal Assembly Elections 2021: क्या भाजपा और तृणमूल लगा पाएंगी सेंध
कृष्णदास पार्थ
कोलकाता । West Bengal Assembly Elections 2021: कांग्रेस की साख पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में दांव पर लगी है। सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की भी प्रतिष्ठा दांव पर है। गढ़ मुर्शिदाबाद ही अधीर की प्रतिष्ठा को बचा सकता है, क्योंकि बंगाल का यही एकमात्र ऐसा जिला है जहां सिर्फ अधीर का जादू चलता है। 2011 विधानसभा चुनाव में ममता की लहर और 2014 व 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी के तूफान में भी किला हिला नहीं था। तभी तो कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने तोहफे के तौर पर अधीर को लोकसभा में कांग्रेस का नेता बना दिया। सोमेन मित्रा के निधन के बाद उन्हें प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी सौंप दी। अब अधीर की परीक्षा है। सवाल यह है कि क्या वे इस बार भी अपने किले को बचा पाएंगे या भाजपा और तृणमूल कांग्रेस सेंध मारने में सफल हो जाएगी।