बता दें, ईवी पार्किंग में लगी आग में लगभग 100 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनमें 10 कारें, 1 मोटरसाइकिल, 2 स्कूटर, 30 नए ई-रिक्शा और 50 पुराने ई-रिक्शा शामिल हैं। हालांकि, अभी तक मानवीय क्षति की खबर नहीं आई है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के कई मामले सामने आए हैं। अप्रैल के महीने में चेन्नई में एक ओकिनावा डीलरशिप में आग लग गई थी, वहीं जितेंद्र ईवी के 20 इलेक्ट्रिक स्कूटरों के एक कंटेनर में भी आग की घटना सामने आई। विशेषज्ञों का मानना है कि भीषण गर्मी के कारण इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लग रही है, क्योंकि, गर्मी का प्रकोप बैटरी नहीं झेल पा रही हैं।
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ध्यान दें, कि भारत में ईवी की आग की घटना पर जांच करने वाली कमेटी ने विदेशी बैटरियों को भी दोषी ठहराया जा रहा है, समितियों का कहना है, कि इन बैटरी को भारतीय मौसम के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है। हाल ही में, भारत सरकार ने इन घटनाओं का संज्ञान लिया है और इन घटनाओं की जांच के लिए समितियों का गठन किया है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इलेक्ट्रिक वाहनों में खराबी के मामले में ऑटो निर्माताओं पर जुर्माना लगाने का सुझाव दिया है। देखना होगा आग की घटनाएं भारत के ईवी बाजार में क्या प्रभाव डालती हैं।