
प्रतीकात्मक तस्वीर
Ola Electric Scooter : ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर्स भारतीय बाजार में लॉन्च के समय से ही सुर्खियों में हैं, लेकिन आजकल इनकी चर्चा का विषय क्वालिटी है। जब से Ola ने S1 Pro को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है, लोगों ने रेंज, सस्पेंशन से लेकर साइड स्टैंड तक के लिए इसकी आलोचना की है। ओला मालिकों का कहना है, कि इसका साइड स्टैंड प्लास्टिक से बना है और स्कूटर का वजन लेने के लिए मजबूत नहीं है। जिसके चलते हम कई बार ओला के साइड स्टैंड के टूटने की खबरे सुनते रहते हैं।
एक बार फिर से ऐसा ही ओला का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है, कि ओला एस1 प्रो का साइड स्टैंड सिर्फ 3 महीनों में टूट गया। वीडियो में बताया गया , कि स्कूटर का साइड स्टैंड टूट गया है। स्कूटर के मालिक ने ओला के रोड साइड असिस्टेंस का सहारा लिया और ओला के ट्रक को अपनी जगह पर पहुंचने में 3 घंटे लग गए। इतना ही नहीं साइड स्टैंड को ठीक करने में 3 दिन लगे।
भारतीय बाजार में पहली बार लॉन्च होने के बाद से ही ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिल्ड क्वालिटी को लेकर लोग शिकायतें कर रहे हैं। शुरुआत में कुछ ग्राहकों को डेंट वाले स्कूटर्स भी मिले। वहीं कुछ का सस्पेंशन भी चलते चलते टूट गया। सस्पेंशन टूटने के मुख्य कारण का उल्लेख नहीं किया गया था। लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है, कि इस तरह सस्पेंशन टूटना किसी भी वाहन के लिए एक खारब किस्सा हो सकता है।
इस पर ओला ने आधिकारिक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि, "ओला में वाहन सुरक्षा और क्वालिटी सबसे महत्वपूर्ण हैं। ओला के पास आज सड़क पर 50,000 से अधिक स्कूटर हैं। अब तक, हमारे स्कूटरों ने भारतीय सड़कों पर लगभग 45 मिलियन किमी की यात्रा की है। फ्रंट फोर्क टूटने की हाल ही में रिपोर्ट की गई घटनाओं के अलग-अलग कारण हो सकते हैं।
Updated on:
12 Jun 2022 09:51 am
Published on:
10 Jun 2022 04:23 pm
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