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रमजान में चुनाव की तारीखों पर सवाल उठाने वालों की जावेद अख्तर ने खोली पोल

उन्होंने कहा, 'यह धर्मनिरपेक्षता का विकृत और पेचीदा रूप है जो मेरे लिए बेतुका, विभत्स और असहनीय है।

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javed akhtar

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दिग्गज गीतकार व पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने लोकसभा चुनाव के दौरान पड़ रहे रमजान को लेकर हो रही बहस पर नाराजगी जताते हुए इसे बेतुका करार दिया है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस पर बिल्कुल भी विचार नहीं करने का आग्रह किया है।

गौरतलब है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद कुछ लोगों ने कहा कि रमजान के दौरान चुनाव होने से मुस्लिम समुदाय के लोगों को परेशानी हो सकती है। अख्तर ने सोमवार रात ट्वीट किया, 'मैं चुनाव और रमजान को लेकर इस पूरी बहस को बिल्कुल बेतुका मानता हूं।'

उन्होंने कहा, 'यह धर्मनिरपेक्षता का विकृत और पेचीदा रूप है जो मेरे लिए बेतुका, विभत्स और असहनीय है। चुनाव आयोग को इस पर बिल्कुल विचार नहीं करना चाहिए।'समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और तृणमूल कांग्रेस के नेता व कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम द्वारा सात चरणों के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम पर सवाल उठाए जाने के बाद 74 वर्षीय गीतकार की यह प्रतिक्रिया आई है।