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Pandya Store 9 September 2021: रावी ने जलाया गौतम का तोहफा, धरा को आए जाते हैं चक्कर

Pandya Store 9th September 2021 Written Update: आज के एपिसोड में रावी गौतम का तोहफा जला कर उसे एक मटके में रख लेती है और वो मटका धरा के सामने जाकर फोड़ देती है। धरा ये देख कर उदास हो जाती है और उसे चक्कर आ जाते हैं। वही बाद में दही-हांडी प्रतियोगीता शुरु होती है जहां सब रावी और शिवा का हौसला बढ़ा रहे हैं।

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नई दिल्ली। कृष्ण जी का जन्म होने ही वाला है और सब उल्लास के साथ उनके जन्म का इंतज़ार कर रहे हैं। वही धरा गौतम को बताती है कि पहले जब वो कृष्ण जी को झुला झुलाती थी तब सभी की नज़र उस पर रहती थी जैसे वो कोई पाप कर रही हो, लेकिन आज जब वो मां बनने जा रही है तो वो बहुत खुश है। धरा बोलती है कि इस लड़ाई में सभी घर वालो ने उसका बहुत साथ दिया है जिसमें रावी भी शामिल है। क्रिश वहां आकर धरा से माफी मांगता है क्योकी वो रावी को पूजा में नही ला पाया।

रावी पूजा में आ जाती है

सब लोग रावी के पूजा में ना आने से उदास है। तभी रावी उत्सव में आ जाती है। उसे देखकर क्रिश खुशी से झूम उठता है। वही क्रिश इस बात से उदास भी है कि रावी ने गौतम की ड्रेस नही पहनी है। धरा बोलती है की रावी के आने से ही वो खुश है।उसी वक्त सब उसके हाथ में मटका देखते है।

रावी राख से भरा मटका फोड़ देती है

रावी धरा के पास जाती है और बताती है कि उसका लाया हुआ लेहंगा राख से भरे मटके में है। रावी उस मटके को धरा के सामने फोड़ देती है। धरा ये देख कर दुखी है कि रावी सभी रिशतों को भुला चुकी है। धरा गुस्से में रावी को बोलती है कि वो आज से अपना प्यार अपने पास रखेगी और रावी अपनी समझ अपने पास। ये बोल कर धरा चक्कर खा कर गिर जाती है। सभी घर वाले उसे संभालते है। घर वाले धरा की देख भाल करते है और गौतम धरा को नीबू पानी पिलाता है।

सब मिल कर कृष्ण जी की पूजा करते है

सुमन और सभी घर वाले मिलकर कृष्ण जी को झूला झूलाते है। रावी भी चाहती है कि वो परिवार के साथ मिल कर कृष्ण जी को झूला झूलाये मगर वो ऐसा नही कर सकती। रावी वहां से जा ही रही होती है कि वो लड़खड़ा जाती है और उसका हाथ कृष्ण जी के झूले में पड़ जाता है, जिससे वो भी पूजा में शामिल हो जाती है।

दही-हांडी प्रतियोगीता शुरु होती है

दही- हांडी प्रतियोगीता शुरू होती है। सब मिल कर रावी और शिवा का हौसला बढ़ा रहे हैं। रावी के दोस्त भी दही- हांडी प्रतियोगीता में आ जाते है जिसे देखकर शिवा चिढ़ जाता है और वो ठान लेता है कि ये प्रतियोगीता तो वो ही जीतेगा। उधर सुमन धरा की नज़र उतारती है और बोलती है कि आज वो बहुत सुंदर लग रही है।