उन्होंने लोगों से असहिष्णुता का मजाक उड़ाने के लिए कहा और कहा कि यह शब्द उनके 'बाबाजी का ठुल्लू' वाली लाइन की तरह है। कपिल ने कहा, मैं आपसे कह रहा हूं, इस शब्द की खिल्ली उड़ाएं। कपिल ने कहा, लोगों को हर बात को गंभीरता से नहीं लेनी चाहिए। जिंदगी में हंसी मजाक के लिए, स्वस्थ मजाक के लिए भी जगह होनी चाहिए। स्वस्थ हास्य कैसा होता है, इस पर कपिल ने कहा कि ऐसा जो आपके माता-पिता को आपके साथ टीवी देखने के दौरान चैनल बदलने पर बाध्य न करे।