
Mayawati
इटावा. अनसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष और आगरा के सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने बसपा प्रमुख मायावती पर जमकर हमला बोला साथ ही एक चुनौती भी दे डाली। डा. कठेरिया अपने गृहनगर इटावा में पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा दलितों के उत्पीड़न के मामलों में पिछली सरकार की अपेक्षा 7 फीसदी की कमी पूरे देश में आयी है। उत्तर प्रदेश में ये 7 से कुछ कम है। 2019 के संसदीय चुनाव के बाद केंद्र में दलितों के बिना किसी दल की सरकार बनना मुश्किल है।
दलित उत्पीड़न मामलों में आई कमी-
उन्होंने कहा कि जिन प्रदेशों में भाजपा की सरकार बनी है, दलित के भाजपा को वोट देने से बनी है। दलित अधिक संख्या में भाजपा के साथ हैं। मायावती मनुवादी व्यवस्था से भी ऊपर हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद पिछली सरकार की अपेक्षा दलित उत्पीड़न के मामलों में पूरे देश में 7 फीसदी की कमी आयी है। हालांकि उत्तर प्रदेश में ये 7 से कुछ कम है।
दलित के सहयोग के बिना सरकार बनना सम्भव नहीं-
कठेरिया ने कहा कि दलित के उत्पीड़न का सबसे बड़ा कारण गरीबी है। सामाजिक व स्वाभिक पहलू भी हैं । उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि अगले लोकसभा चुनाव में भी पिछली बार की तरह दलित सबसे अधिक भाजपा के साथ होगा। उन्होंने कहा कि जहॉं-जहॉं भाजपा की सरकार बनी दलित के वोट के सहयोग से ही बनी। दलित के सहयोग के बिना किसी दल की सरकार बनना सम्भव नहीं।
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..तो छोड़ दूंगा राजनीति-
सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने बसपा प्रमुख मायावती पर दलितों को बधुंआ मजदूर समझने का आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती के चार बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी आज वो दलितों को अपना गुलाम समझती हैं। अगर मायावती किसी दलित के घर का पानी पी लें, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
Published on:
20 Oct 2018 10:51 pm
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