वहीं कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शीला टाकीज के पास बने जनसेवा केन्द्रों पर और चोगुर्जी मे भी छापेमारी की गई। जनसेवा केंद्रों पर छापेमारी की सूचना पर जनसेवा केंद्र संचालकों में हड़कम्प मच गया। कई जनसेवा केंद्र संचालक अपने केंद्र बन्द कर भाग गए। कचहरी परिसर स्तिथ कई कम्प्यूटर ऑपरेटरों के यहां भी छापेमारी की गई। कचहरी पर अधिवक्ता संघ के भवन के बाहर बैठा एक कंप्यूटर ऑपरेटर मौके पर फ़र्ज़ी बोटर आई डी कार्ड बनाते हुए पकड़ा गया जिसे छापेमारी कर रहे अधिकारियों के साथ चल रही पुलिस की एसओजी टीम ने हिरासत में ले लिया उसका लैपटॉप जब्त कर लिया गया।
उपजिलाधिकारी सदर सिंद्धार्थ ने बताया कि लंबे समय से फर्जी प्रमाणपत्र बनाने की शिकायत मिल रही थी जिसके बात ये छापेमारी की गई। उन्होंने बताया कि लोग फर्जी वोटर कार्ड, खसरा खतौनी, आधार कार्ड बना कर सरकारी योजनाओं का लाभ लेते रहते है इसकी बजह से जांच के दौरान असली व्यक्ति को ढूंढने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। और कई सरकारी योजनाओं का लाभ असली पात्रों की जगह दलाल और उनके साथ मिले लोग उठा लेते है। जिले में इस तरह का कोई गैर कानूनी काम बर्दास्त नही किया जाएगा। और ऐसे काम करने वालो पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।