31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इटावा बवाल पर सियासी संग्राम, सपा ने खुद को बताया बेकसूर, प्रदर्शन में पार्टी की भूमिका से इनकार

इटावा जनपद के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दंदरपुर गांव में हाल ही में हुए बवाल और प्रदर्शन को लेकर समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट रूप से खुद को इस घटनाक्रम से अलग कर लिया है।

2 min read
Google source verification

इटावा

image

Aman Pandey

Jun 27, 2025

Etawah News, UP News, Etawah Yadav Kathavachak Case, UP Police, Etawah Yadav Kathavachak Case News, Etawah Yadav uproar,इटावा खबर, यूपी खबर, इटावा यादव कथावाचक मामला, यूपी पुलिस, इटावा यादव कथावाचक मामला खबर, इटावा यादव बवाल

इटावा की घटना पर सपा ने खुद को किनारा कर लिया है। Photo: IANS

पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू और प्रदेश सचिव गोपाल यादव ने प्रेस वार्ता कर कहा कि इस प्रदर्शन का समाजवादी पार्टी से कोई संबंध नहीं है और ना ही पार्टी ने इसका कोई आह्वान किया था।प्रेस वार्ता के दौरान सपा नेताओं ने कहा कि दंदरपुर की घटना में समाजवादी पार्टी की कोई भूमिका नहीं है और जो भी प्रदर्शन किया गया, वह पार्टी की जानकारी या सहमति से नहीं हुआ। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कुछ लोगों पर इस घटना को भड़काने का आरोप लगाया।

'पुलिस प्रशासन की ओर से ढिलाई से बिगड़े हालात'

सपा प्रदेश सचिव गोपाल यादव ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से ढिलाई और असंवेदनशीलता सामने आई, जिससे हालात बिगड़े। उन्होंने मांग की कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाए और निर्दोष स्थानीय व क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं को अनावश्यक रूप से परेशान न किया जाए।

'सपा के निर्दोष कार्यकर्ताओं को न बनाया जाए निशाना'

इटावा के उप जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य बबलू ने कहा कि प्रदर्शन समाजवादी पार्टी के बैनर तले नहीं हुआ, पार्टी का इससे कोई संबंध नहीं है। गोपाल यादव ने कहा, "पुलिस प्रशासन की लापरवाही से हालात बिगड़े हैं। निर्दोष कार्यकर्ताओं को निशाना न बनाया जाए।"

कथावाचक से अभ्रदता के मामले ने पकड़ा तूल

आपको बता दें कि इटावा में कथावाचक से मारपीट और अभ्रदता का मामला सामने आया था। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया है और घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।

यह भी पढ़ें: UP मिशन 2027-अखिलेश यादव की नई राजनीति: जाति, जेंडर और डिजिटल मोर्चे पर BJP को घेरने की तैयारी

हालांकि, इस घटना ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है और पक्ष-विपक्ष के नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इस मामले पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है और जाति की राजनीति करने जैसे आरोप भी लगाए हैं।