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शिवपाल यादव से इन्होंने कहा- भतीजा बात नहीं मान रहा है, तो आप ही झुक जाओ

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव आज भावुक दिखे। उनको लफ्जों में मासूसी थी, शिकवे भी थे।

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Shivpal yadav

शिवपाल यादव

इटावा. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव आज भावुक दिखे। उनको लफ्जों में मासूसी थी, शिकवे भी थे। लेकिन परिवार में एकता की बात को लेकर वह अब भी अडिग थे। और इसी को अमली जामा पहनाने के लिए वह मुख्यमंत्री पद की चाह पहले ही खो चुके हैं। लेकिन यह राय उनके खुद की नहीं बल्कि समाजवादी विचारधारा से जुड़े कई बुजुर्गों की भी है। मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के उपलक्ष्य में इटावा के सैफई में आयोजित समारोह में शिवपाल ने इस पर अपनी बात रखी।

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स्वाति सिंह पर किया कटाक्ष-
उन्होंने कहा कि आज अधिकारियों के भरोसे सरकार चल रही है अगर अधिकारियों के भरोसे सरकार चलेगी तो कैसे कार्य होगा। प्रदेश में अधिकारी जनता को परेशान कर रहे हैं। जनता की बात कोई सुन नहीं रहा है। अधिकारियों को कोई डांटने वाला नहीं है। शिवपाल सिंह यादव ने इस दौरान भाजपा मंत्री स्वाति सिंह के ऑडियो वायरल के प्रकरण पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि अभी एक मंत्री ने फोन कर दिया था, उस मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा होता, वो तो भला हो वह इस्तीफा देने से बच गईं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के दिमाग खराब है। विधायकों को समझते ही नहीं कुछ। जबकि मंत्री व विधायक का प्रोटोकाल बहुत ऊंचा होता है। जिस दिन हमें विधायक नहीं समझेंगे अधिकारी,उस दिन अधिकारियों को समझ में आ जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय में भी एक मंत्री पर इस तरह की समस्या आ गई थी। उस समय हमने उस मंत्री की मदद की थी, लेकिन आज उस मंत्री की जरूरत पड़ी तो साथ छोड़ गया। आपने बहुत लोगों का भला किया, लेकिन लोग लालची हो गए साथ छोड़ गए।

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भतीजा बात नहीं मान रहा है तो आप ही झुक जाओ-
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर एक जनपद में घूमा हूॅ। हर जगह बुजुर्ग लोग मिले जो लोग समाजवादी विचारधारा से जुड़े थे। उन सभी लोगों ने हमसे कहा कि अगर भतीजा बात नहीं मान रहा है तो आप ही झुक जाओ । उन्होंने कहा कि हमने त्याग किया है। बड़े बुजुर्गों की बातें मानी है हमने,मुख्यमंत्री हम नहीं बनेंगे। मुख्यमंत्री अगर हम बनते तो 2003 में ही बन जाते। उन्होंने परिवार की हारी हुई सभी सीटें के बारे में जिक्र किया। अगर परिवार में माहौल खराब नहीं होता तो एक भी सीट नहीं हारते।