scriptब्रिटेन: 23 जुलाई को होगी नए प्रधानमंत्री की घोषणा, बोरिस जॉनसन रेस में सबसे आगे | Britain's New Prime Minister To Be Announced On July 23 | Patrika News

ब्रिटेन: 23 जुलाई को होगी नए प्रधानमंत्री की घोषणा, बोरिस जॉनसन रेस में सबसे आगे

locationनई दिल्लीPublished: Jun 26, 2019 11:25:42 am

Britain New PM Race में शीर्ष राजनयिक और पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ( Boris Johnson ) दौड़ में सबके पसंदीदा हैं। थेरेसा मे ने ब्रेक्सिट सौदे को लागू करवाने में विफल रहने के बाद पिछले महीने अपने इस्तीफे की घोषणा की।

बोरिस जॉनसन

लंदन। ब्रिटेन की सत्तारूढ़ दल के नेता और नए प्रधानमंत्री की घोषणा 23 जुलाई को की जाएगी। सत्ता पक्ष ने कल जारी एक बयान में कहा कि निवर्तमान पीएम थेरेसा मे के अगले उत्तराधिकारी के नाम पर सहमति बनाने के प्रयास चल रहे हैं। ब्रिटेन के वर्तमान शीर्ष राजनयिक बोरिस जॉनसन पीएम रेस में सबसे आगे हैं। हालांकि उनको विरोधी उम्मीदवार जेरमी हंट से तगड़ी चुनौती मिल रही है।

बता दें कि ब्रिटेन में यह प्रक्रिया 25 जुलाई तक पूरी होनी है। इसके बाद वहां की संसद का ग्रीष्मकालीन अवकाश हो जाएगा जो 3 सितंबर तक चलेगा।

बोरिस जॉनसन सबसे आगे

दोनों उम्मीदवारों को कंजर्वेटिव पार्टी के 313 सांसदों द्वारा अंतिम 10 से चुना गया है। अब ये दोनों नेता वे अनुमानित 160,000 पार्टी सदस्यों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं, जो अपना अंतिम विकल्प बनाएंगे। पोस्टल बैलेट 6 से 8 जुलाई के बीच भेजे जाएंगे, और उन्हें वापस करने की समय सीमा 22 जुलाई को शाम 5:00 बजे निर्धारित की गई है।

कंजर्वेटिव पार्टी ने अपने बयान में कहा गया है, “कंजर्वेटिव पार्टी के अगले नेता की घोषणा मंगलवार 23 जुलाई को की जाएगी। इस प्रक्रिया को दोनों उम्मीदवारों द्वारा सहमति दे दी गई है।” एक बार अपने उत्तराधिकारी की पुष्टि हो जाने के बाद थेरेसा मे को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से मिलना होगा जहां वह औपचारिक रूप से अपने इस्तीफे को सौंपेंगी। उसके बाद उनका उत्तराधिकारी अपना नियुक्ति पत्र लेने महारानी के पास बकिंघम पैलेस जाएगा।

Theresa May Resignation
ब्रेक्जिट पर मुश्किल में है कंजर्वेटिव पार्टी

कंजरवेटिव्स के पास संसद के निचले सदन हाऊस ऑफ़ कॉमन्स में बहुमत नहीं है, लेकिन वह उत्तरी आयरलैंड की डेमोक्रेटिक यूनियन पार्टी (DUP) के साथ गठबंधन के माध्यम से शासन करते हैं। कंजरवेटिव सांसदों और डीयूपी दोनों के विरोध का सामना करने के साथ संसद के माध्यम से ब्रेक्सिट डील पर सहमति बनाने में असफल रहने के बाद पिछले महीने थेरेसा मे ने इस्तीफे की घोषणा की।

संभव है कि मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी नए प्रधानमंत्री पर विश्वास करने के लिए तत्काल हाउस वोट की मांग करे और उन्हें यह साबित करने के लिए मजबूर करें कि उनके पास देश पर शासन करने के लिए समर्थन है।

 

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