कोलोम्ब ने मीडिया से कहा कि हमला करने वाला मानसिक रूप से अस्थिर था, न कि उसने आतंकियों के आदेश से ऐसा किया है। खबरों के अनुसार- वे आतंकी संगठन खासकर दाइश से जुड़ा हुआ था, जिसे आईएस से संबंधित है। उन्होंने कहा कि आतंक रोधी विशेषज्ञों के बजाय फ्रांस के नियमित आपराधिक अभियोजक इस मामले की जांच कर रहे हैं।
विशेषज्ञ आतंकी संगठन के दावे को लेकर आश्वस्त नहीं हैं क्योंकि पश्चिम एशिया में हार के बाद हाल के दिनों में उसने बेहद अप्रासंगिक घटनाओं की जिम्मेदारी ली है। इस कारण उसकी विश्वसनीयता लगभग समाप्त हो चुकी है। उधर, हमलावर के फोन और कम्प्यूटर की जांच की जा रही है।
यह घटना बड़ी तादाद में मुस्लिम आबादी वाले गरीब नगर ट्रैप्से में हुई है। यह नगर राजधानी पेरिस से 30 किलोमीटर दूरी पर है। कोलोम्ब ने कहा कि उस व्यक्ति ने हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों भी धमकाया। उन्होंने कहा- ‘जब वे घटना को अंजाम देकर भाग रहा था, तो वह पुलिस की तरफ आया। तब भी चाकू उसके हाथ में था। इसके बाद पुलिस ने उस पर गोलियां चला दीं।’ खबरों के अनुसार- हमलावर का नाम अब तक सामने नहीं आया है।