एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले दो रिजल्ट्स की बात करें, तो खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला था, लेकिन इस बार के रिजल्ट से दोबारा जयपुर चैप्टर ने वाहवाही बटोरी है। पिछले बार के रिजल्ट में प्रोफेशनल का रिजल्ट रेशो १.५२ और एग्जीक्यूटिव का २.८८ प्रतिशत था। वहीं इस बार एग्जीक्यूटिव मॉड्यूल -१ में ६.८९ और मॉड्यूल -२ में १०.९९ परसेंट रहा है। इसी तरह प्रोफेशनल मॉड्यूल-१ में ९.७२ परसेंट, मॉड्यूल -२ में ११.०७ और थर्ड में १०.४८ परसेंट रिजल्ट बढ़ा है। ओवरऑल देखा जाए, तो रिजल्ट में अच्छी बढ़ोतरी हुई है।
पिछली बार फरवरी में आए रिजल्ट में जहां प्रोफेशनल में ऑल इंडिया में एक ही स्टूडेंट ने रैकिंग में अपनी जगह बनाई थी। वहीं इस साल प्रोफेशनल में शहर की होनहार तनु गर्ग ने ऑल इंडिया पहली रैंक और अनिल सिंह ने १० वीं रैंक हासिल कर शहर का नाम रोशन किया है। वहीं एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम की बात करें, तो पिछले साल इस प्रोग्राम में जयपुर से कोई भी मैरिट में अपनी जगह नहीं बना पाया था, जबकि इस बार एग्जीक्यूटिव में संजीव राठी ने फोर्थ रैंक, चेतन गुप्ता ने १० वीं, दीपेश गुप्ता १३ वीं, पायल मिश्रा ने १४ वीं रूपल गुप्ता ने २० वीं और कृति खंडेलवाल ने २१ वीं रैंक हासिल की है।
ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल करने वाली स्टूडेंट तनु गर्ग का कहना है कि यदि आपकी प्लानिंग अच्छी हो, तो गोल को अचीव किया जा सकता है। मैंने शुरुआत से ही फोकस किया। जब इंस्टीट्यूट से छुट्टियां मिली, तो पहले ही स्टडी को प्लान कर लिया और इसी तरह स्ट्रेटेजी को आगे बढ़ाया। फोन पर ग्रुप स्टडी करने का भी फायदा मिला। उल्लेखनीय है कि इससे पहले तनु सीएस एग्जीक्यूटिव में ३३ वीं और सीए आइपीसीसी में पहली और सीए फाइनल में ३० वीं रैंक हासिल कर चुकी है। इसी तरह एग्जीक्यूटिव में पायल मिश्रा और दीपेश गुप्ता ने पिता के ना होने और विषम परिस्थितियों के बावजूद भी बेहतर रिजल्ट पेश किया।