
gujarat university
गुजरात यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए यह अहम खबर है। अब यूनिवर्सिटी की परीक्षा हल करने के लिए स्टूडेंट्स को तीन घंटे का नहीं बल्कि केवल २.५ घंटे का समय मिलेगा। यानी कि उन्हें पेपर सॉल्व करने के लिए ३० मिनट कम समय दिया जाएगा। एकेडमिक काउंसिल एंड सिंडिकेट ऑफ गुजरात यूनिवर्सिटी ने यूनिवर्सिटी एग्जाम रिफॉर्म कमेटी के निर्णय को हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही अब पेपर का वेटेज ७० अंकों का होगा। यह निर्णय दिसम्बर में होने वाले सेमेस्टर-एंड परीक्षाओं से लागू होगा।
सिंडिकेट मेंबर दिगविजय सिंह गोहिल ने बताया कि इससे यूनिवर्सिटी पर परीक्षाएं आयोजित करने का बोझ कुछ कम हो जाएगा और रिजल्ट भी जल्दी घोषित किए जा सकेंगे। वहीं परीक्षा भी जल्दी खत्म हो सकेंगी। अधिकारियों का मानना है कि ऐसा होने से गुजरात यूनिवर्सिटी को एक दिन में तीन पेपर लेने का समय मिल जाएगा। अब तक एक दिन में केवल दो ही पेपर लिए जाते हैं, जिसके कारण परीक्षाएं करीब दो महीने तक लटक जाती हैं। नई व्यवस्था से केवल ३५ दिनों में सारी परीक्षाएं आयाजित करवाई जा सकेंगी।
अब हर पेपर ७० अंक का होगा और हर पेपर में १४ ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होंगे जिनके जवाब ऑप्टिकल मार्क रिकग्नीशन सिस्टम के अनुसार देना होगा। वहीं चार सब्जेक्टिव टाइप प्रश्न भी पूछे जाएंगे। इसके अलावा अब अगले सत्र से गुजरात यूनिवर्सिटी में एडमिशन ऑफलाइन तरीके से ही होंगे। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर हिमांशू पांड्या का मानना है कि ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने में करीब दो माह का समय लग जाता है, ऐसे में नया सेशन शुरू करने में देरी हो जाती है। हम फिर से एडमिशन प्रक्रिया को ऑफलाइन करने पर विचार कर रहे हैं। आपको बता दें कि यूनिवर्सिटी ने इस साल भी ऑफलाइन तरीके से ही एडमिशन करवाने का मन बनाया था, लेकिन एबीवीपी की ओर से डाले गए दबाव के चलते इस साल ऑनलाइन ही एडमिशंस लिए गए।
Published on:
23 Jul 2018 05:01 pm
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