
साढ़ेसाती में शारीरिक व मानसिक कष्टों से घिर जाता है व्यक्ति, इन उपायों से शनि होते हैं तुरंत शांत
'आचार्य अशोक शास्त्री जी' से हुई खास बातचीत के अनुसार- 'शनि की साढ़ेसाती में मुख्य रूप से व्यक्ति को दुर्घटना, मानसिक उत्पीड़न, पेट के रोग और पैर दर्द जैसी पीड़ाओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव व्यक्ति पर अच्छा होगा या बुरा, इसका निर्धारण व्यक्ति की जन्म कुंडली के योगों के आधार पर किया जाता है। इसलिए किसी ज्योतिषी को अपनी कुंडली दिखाकर इस बात का पता लगाया जा सकता है। तब यदि किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती का बुरा प्रभाव है तो शनिदेव को शांत रखने के लिए कुछ खास उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए जाते हैं।'
तो अब आइए जानते हैं शनि की साढ़ेसाती के दुष्प्रभाव से बचने और शनि शांत करने के लिए 'आचार्य अशोक शास्त्री जी' द्वारा बताए गए कुछ उपायों के बारे में...
शनि शांति के उपाय
अरिष्ट शनि को शांत करने के लिए हनुमान जी की उपासना करना बहुत फलदायी होता है। साथ ही शनिवार के दिन भगवान हनुमान को तिल के तेल और सिंदूर का लेप चढ़ाएं।
शनिवार के दिन शमी के पेड़ की जल को काले कपड़े में बांधकर भुजा या गले में पहनने से भी शनि की पीड़ा शांत होती है।
इसके अलावा हर शनिवार के दिन काली बनियान या काला मोजा पहनने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शनिवार के दिन एक शनिदेव की काली पत्थर या लोहे की मूर्ति लाकर इसकी पूजा करें और फिर किसी मंदिर में इसकी प्राण-प्रतिष्ठा करवा देने से भी शनि ग्रह को शांति मिलती है।
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Updated on:
22 Jun 2022 10:38 am
Published on:
22 Jun 2022 10:37 am
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