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फुटपाथ को लील रहा अतिक्रमण, राहगीर सड़क पर खा रहे ठाकरें

शहर में फुटपाथों का इस्तेमाल ज्यादातर छोटे व्यवसायों और पार्किंग के लिए किया जाता है। मुख्य बाजार क्षेत्र में आधे से अधिक जगह पर फुटपाथों और पार्किंग स्थलों पर कब्जा कर लिया गया है, जिससे पैदल चलने वालों को अत्यधिक परेशानी झेलनी पड़ती है।

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Jul 10, 2024

सडक पर वहनों के बीच चलने से पैदलयात्रियों की जान जोखिम में

वर्षों से जारी समस्या कम होने के बजाय बढती ही जा रही

हुब्बल्ली. शहर में फुटपाथों का इस्तेमाल ज्यादातर छोटे व्यवसायों और पार्किंग के लिए किया जाता है। मुख्य बाजार क्षेत्र में आधे से अधिक जगह पर फुटपाथों और पार्किंग स्थलों पर कब्जा कर लिया गया है, जिससे पैदल चलने वालों को अत्यधिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
यह एक ऐसी समस्या है जो वर्षों से चली आ रही है और अभी तक इसका कोई उपयुक्त समाधान नहीं खोजा जा सका है।

फुटपाथ पर सब्जी-फल, पेय पदार्थ, चाट, दैनिक उपयोग की वस्तुएं, कपड़े का कारोबार, ठेले की दुकानें, आसपास के दुकानों का अतिक्रमण, पार्किंग, ध्वस्त फुटपाथ…. इस प्रकार कई अवरोधों तंग आ चुकी जनता फुटपाथ छोडक़र ज्यादातर सडक़ पर ही चलती है। अक्षय पार्क, लिंगराज नगर, गांधी नगर, पुरानी हुब्बल्ली, दुर्गद बयलू, ब्रॉडवे, मराठा गली, कंचगार गली, महावीर गली, बेलगाम गली, एमजी मार्केट, सराफ गट्टा, बेंगेरी, गोपनकोप्पा, केश्वापुर, जनता बाजार, दाजिबानपेट में लोग फुटपाथ पर आराम से नहीं चल पाते हैं। शहर भर में फुटपाथों पर तरह-तरह के अतिक्रमण बड़े पैमाने पर नजर आते हैं।

फुटपाथों पर वाहन पार्किंग

होसूर से बीवीबी कॉलेज तक जहां बीआरटीएस कॉरिडोर स्थित है, सडक़ के किनारे फुटपाथों पर वाहन पार्क किए जाते हैं जिससे लोगों की आवाजाही में बाधा पहुंचती है। उन्हें वापस सडक़ पर उतरकर वाहनों के साथ-साथ चलना पड़ता है। किम्स के पास फुटपाथ पर एक छोटी सा मंदिर भी बनाया गया है और सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर इसके लिए कहने-पुछने वाला क्या कोई नहीं है।

ध्वस्त फुटपाथ

लोगों का कहना है कि शहर के कई हिस्सों में फुटपाथों को काम के लिए खोदा गया है और ठीक से बंद किए बिना छोड़ दिया गया है। कुछ स्थानों पर फुटपाथ ध्वस्त हो गया है और पैदल चलना संभव नहीं है। कुछ स्थानों पर पथ पर लगे पेवर्स उखड़ गए हैं। नाले के ऊपर बने फुटपाथ के कई हिस्सों का ढक्कन हटाकर ऐसे ही छोड़ दिया गया है, जिससे यह पैदल चलने वालों के लिए खतरनाक हो गया है। कई खतरनाक जगहें ऐसी भी हैं जहां ट्रांसफार्मर फुटपाथ पर ही लोगों की पहुंच में है। जनता सवाल कर रही है कि इन सबको हटाकर फुटपाथ को सुरक्षित बनाना क्या संभव है?

सभी के हित में कार्रवाई करे नगर निगम

नागरिकों का कहना है कि यदि फुटपाथ पर मौजूद अवरोधों को हटाकर व्यवस्थित रास्ता बना दिया जाए तो कई दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। वाहनों का दबाव भी कम हो जाएगा। यदि फुटपाथ व्यापार के लिए उपयुक्त स्थान की पहचान कर ली जाए तो लोगों को खरीदारी करने में सुविधा होगी। नगर निगम को सभी के हित में कार्रवाई करना चाहिए।

3 जोन में सुविधा

ट्रेड वेंडिंग कमेटी (टीवीसी) के निर्णय के अनुसार, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानर में 40 व्यापार क्षेत्रों (वेंडिंग जोन) की पहचान की गई है। महानगर निगम में कुल 12 जोन हैं, जिनमें से दूसरे, चौथे और छठे जोन में व्यावसायिक स्थान का चिन्हांकन और विकास पूरा हो चुका है। अन्य हिस्सों में अब भी कितने व्यापारी हैं इसका सर्वे किया जाना है। शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था करनी चाहिए। चुनाव के कारण यह काम ठप पड़ा था। अब सभी जोनल कार्यालयों से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद उपयुक्त योजना तैयार कर क्रियान्वयन किया जाएगा।
-प्रकाश दोड्डमनी, सामुदायिक संगठन अधिकारी, राष्ट्रीय शहरी आजीविका अभियान (नल्म)

जगह चिन्हित कर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराएं

हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहरों में 10,000 से 12,000 फुटपाथ व्यापारी हैं, जिन्हें अभी तक व्यवसाय के लिए निर्दिष्ट स्थान चिन्हित नहीं किया गया है। नगर निगम की ओर से प्रतिदिन 10-30 रुपए की वसूली की जा रही है परन्तु कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। काफी संघर्षों के बाद बेंगेरी में साप्ताहिक बाजार बना है, इससे काफी फायदा हुआ है। बकाया बाजार क्षेत्र के लिए भी जगह चिन्हित कर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। पुरानी हुब्बल्ली एवं जनता बाजार में निर्मित मार्केट भवन को यथाशीघ्र व्यवसायियों को हस्तांतरित करना चाहिए। तभी फुटपाथ व्यापार के कारण होने वाली अतिक्रमण की समस्या हल होगी।
-अमृत इजारी, मानद अध्यक्ष, हुब्बल्ली-धारवाड़ फुटपाथ व्यापारी संघ

कोई कार्रवाई नहीं की

वार्ड संखया 65 में प्रमुख बाजार क्षेत्र हैं जहां फुटपाथ अतिक्रमण की समस्या गंभीर है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फुटपाथ अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार राजस्व विभाग और नगर निगम से गुहार लगाई जा चुकी है परन्तु कोई कार्रवाई नहीं की हुई है। यदि जनता बाजार की नई इमारत को उपयोग के लिए उपलब्ध कराया जाता है, तो फुटपाथ पर बैठकर व्यवसाय करने वाले लोगों को अंदर मौका दिया जा सकता है।
-सुनीता बुरबुरे, पार्षद, वार्ड संख्या 65, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम

Published on:
10 Jul 2024 11:00 pm
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