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बारिश ने और बढ़ाई लोगों की परेशानी

वाणिज्यिक नगरी हुब्बल्ली अब एक स्मार्ट सिटी है परन्तु अब बारिश का मौसम शुरू हो गया है और हुब्बल्ली में गंदगी से लोग परेशान हैं।

बारिश ने और बढ़ाई लोगों की परेशानी
हुब्बल्ली के पुराने बस स्टैंड के पास स्थित अयोध्या होटल के सामन जमा पानी में आसपास की व्यावसायिक दुकानों के मालिकों की ओर से ग्राहकों के लिए लगाए गए पेवर्स पर से गुजरते लोग।

स्मार्ट सिटी पर सवाल, गंदगी से परेशान लोग

हुब्बल्ली. वाणिज्यिक नगरी हुब्बल्ली अब एक स्मार्ट सिटी है परन्तु अब बारिश का मौसम शुरू हो गया है और हुब्बल्ली में गंदगी से लोग परेशान हैं।
आए दिन बारिश हो रही है। दिन-ब-दिन बारिश तेज हो रही है। आधे घंटे की हल्की बारिश से हुब्बल्ली के बाजार क्षेत्र क्वाइन रोड, दाजीबान पेट सहित पुरानी हुब्बल्ली के अधिकांश निचले इलाकों में पानी जमा हो रहा है।

कुछ इलाकों की सडक़ें तो कीचड़ भरे मैदान में तब्दील हो जाती हैं। वहीं अगर तेज और बिना रुके बारिश हो होने पर स्मार्ट सिटी की कहानी क्या है? उससे लोग चिंतित हैं।

दुकानों की पार्किंग में एकत्र होता है

पुरानी हुब्बल्ली के नारायण सोफा, सदरसोफा में शहरी नाला में बहने वाला गंदा पानी सडक़ पर बहता है, नाली में बहने वाला पानी घरों में घुस जाता है। दाजीबन पेट में जो मलजल नाले में बहना चाहिए, वह वहां की व्यावसायिक दुकानों की पार्किंग में एकत्र होता है।

उम्मीद के मुताबिक गति नहीं पकड़ रहे एहतियाती कदम

चन्नपेट, विद्यानगर, सीबीटी में आधे-अधूरे सडक़ कार्यों के कारण, बारिश का सारा पानी बिना किसी गटर या जल निकासी के निचले इलाकों में जमा हो जाता है। नगर निगम तो सतर्क हुआ है परन्तु एहतियाती कदम उम्मीद के मुताबिक गति नहीं पकड़ रहे हैं।

दुकानों और घरों में घुस जाता है गंदा पानी

स्थानीय निवासी गुरुनाथ श्यामन्ना कहते हैं कि जल निकासी कार्य के लिए पुरानी हुब्बल्ली चन्नापेट की मुख्य सडक़ को खोदे हुए डेढ़ महीना हो गया है परन्तु काम अभी पूरा नहीं हुआ है। खोदी गई मिट्टी बारिश के कारण चारों ओर फैलकर गंदे स्थान में तब्दील हो गई है। राहगीरों को चलने में परेशानी हो रही है। भारी बारिश होने पर सारा गंदा पानी दुकानों और घरों में घुस जाएगा।

मिट्टी कीचड़ में तब्दील

विद्यानगर में अंबेश होटल के बगल स्थित डाक कार्यालय रोड को जल निकासी कार्य के लिए खोदा गया है। काम तो खत्म हो गया परन्तु बारिश शुरू होने से खोदी गई मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गई है।

चोट लगने से हुए घायल

व्यवसायी राघवेंद्र ने कहा कि जलनिकासी का जो कार्य गर्मियों में शुरू करना चाहिए था उसे बरसात के मौसम में शुरू करने से यह समस्या उत्पन्न हुई। करीब 500 मीटर लंबी सडक़ खोदने से थोड़ी सी बारिश होने पर भी कीचड़ हो जाता है। यहां वाणिज्यिक दुकानें, परिवहन, डाकघर, आवास होने से प्रतिदिन सैकड़ों लोग इस सडक़ पर चलते हैं। कुछ बाइक सवार और पैदल यात्रियों के कीचड़ में गिरने से उनके हाथ पर चोट लगने से घायल हुए हैं और उनके कपड़े भी गंदे हो हुए हैं।

गिरकर घायल भी हुए हैं

ऑटो रिक्शा चालक शंकरप्पा नडविनमनी कहते हैं कि दस मिनट भी बारिश हो जाए तो पुराने बस स्टैंड के पास स्थित अयोध्या होटल के सामने एक-दो फीट तक पानी जमा हो जाता है। आसपास की व्यावसायिक दुकानों के मालिकों ने ग्राहकों के लिए जमा पानी में ही पेवर्स लगाकर चलने-फिरने में सुविधा उपब्ध की है। कुछ महिलाएं और बूढ़े लोग इस पर चल नहीं पाने से गिरकर घायल भी हुए हैं।

दो दिन में समस्या का समाधान करने का वादा

अहानगर निगम आयुक्त डॉ. ईश्वर उल्लागड्डी ने महानगर निगम की पार्षद रूपा शेट्टी, इंजीनियर वि_ल तुबाके और ठेकेदारों के साथ शनिवार को विद्यानगर में अंबेश होटल के पास कीचड़ भरी सडक़ का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने दो दिनों के भीतर अस्थायी राहत प्रदान करने का स्थानीय निवासियों को आश्वासन दिया।

समाधान किया जाएगा

उन्होंने कहा कि सीवरेज नहीं होने के कारण इसका काम किया जा रहा है और सडक़ खोदी गई है, जो बारिश में गंदी हो रही है। अस्थायी समाधान के तौर पर अगल-बगल फैली मिट्टी को हटा कर गड्ढा खोदी गई जमीन को समतल किया जाएगा। बाद में डेढ़ फीट बजरी और उसकी क्रशिंग डालकर गंदगी न बढ़े इसका समाधान किया जाएगा।

शापित बनी आर.एन. शेट्टी रोड

स्थानीय लोगों का कहना है कि सिद्धारूढमठ के पास स्थित आर.एन. शेट्टी रोड शापित बन गई है। हर बरसात के मौसम में इस सडक़ के सर्कले के पास और काफी दूर तक पानी टखनों तक जमा रहता है। बारिश रुकने के बाद आसपास का सारा कीचड़ वहीं जमा हो जाता है। श्री मठ में आने वाले पर्यटक और आसपास के निवासी कीचड़ भरी सडक़ पर ही यात्रा करते हैं। आसपास के रिहायशी इलाकों में और कॉलोनियों में गटर और जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से भारी बारिश होने पर पानी घरों में घुस जाता है।

राहत पहुंचाई जा रही है

सीवर और गटरों में गाद हटाने का काम किया जा रहा है। आपातकालीन कार्यों को प्राथमिकता से किया जा रहा है और राहत पहुंचाई जा रही है।
-डॉ. ईश्वरा उल्लागड्डी, आयुक्त, हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम