ये भी पढ़ें- इन जिलों में फटा कोरोना बम, कहीं 12 तो कहीं सात व पांच-पांच मामले आए सामने, अधिकांश प्रवासी सूचना मिलने पर शहर कोतवाल वेद प्रकाश पाण्डेय फ़ोर्स के साथ मौके पर आ गये। उन्होंने पड़ताल के बाद डीसीएम कब्जे में लेकर सभी नेपालियों को पानी और भोजन का इंतजाम कराया। साथ ही जिला प्रसाशन ने रोडवेज बस से सभी को उनके देश नेपाल भेजने के लिए इंतजाम करने शुरू कर दिए।
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नेपाल के रहने वाले सभी मजदूर मुम्बई में होटलों पर खाना बनाने का काम कर रहे थे। कोरोना महामारी के कारण सभी होटल व ढाबे बंद है। जिससे इन मजदूरों के रोजाना कमाना और खाना का जरिया बंद हो गया। मजदूरों ने बताया कि उन्हें कई जगहों पर रोका गया। किसी ने पानी पिलाया तो किसी ने भोजन भी उपलब्ध कराया है। उनका कहना था कि किसी प्रकार वह अपने घर पहुंच जाएं, तो वहीं अब खेती करके अपना परिवार पालेंगे।
नेपाल के रहने वाले सभी मजदूर मुम्बई में होटलों पर खाना बनाने का काम कर रहे थे। कोरोना महामारी के कारण सभी होटल व ढाबे बंद है। जिससे इन मजदूरों के रोजाना कमाना और खाना का जरिया बंद हो गया। मजदूरों ने बताया कि उन्हें कई जगहों पर रोका गया। किसी ने पानी पिलाया तो किसी ने भोजन भी उपलब्ध कराया है। उनका कहना था कि किसी प्रकार वह अपने घर पहुंच जाएं, तो वहीं अब खेती करके अपना परिवार पालेंगे।