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अनंत चतुर्दशी 2021: भगवान अनंत को अपनी राशि के अनुसार बांधें डोर, जानें इस दिन का महत्व

locationभोपालPublished: Sep 17, 2021 01:11:20 pm

भगवान विष्णु का अनंत देव रूप

Anant Chaturdashi 2021

Anant Chaturdashi 2021

हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी का पर्व आता है। यह दिन भगवान अनंत यानि भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है। भक्त इस दिन अनंत चतुर्दशी का व्रत रखते हैं।

यह व्रत इस साल यानि 2021 में रविवार,19 सितंबर को रखा जाएगा। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा के अतिरिक्त इस दिन गणेश विसर्जन कर गणेशोत्सव के तहत उनकी विदाई करते हैं। भगवान विष्णु के अनंत देव रूप की इस दिन पूजा की जाती है। इस दिन को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता हैं। जिस कारण इस दिन को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है, साथ ही सत्यनारायण भगवान की कथा भी इस दिन की जाती है।

Anant Chaturdashi
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अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा के बाद भक्त बाजू पर अनंत सूत्र भी बांधते हैं। इस अनंत सूत्र में 14 गांठें बंधी होती हैं। जानकारों के अनुसार दरअसल अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान अनंत का पूजन कर रक्षा के लिए उन्हें अनंत का डोरा बांधा जाता हैं और कामना की जाती है कि भगवान हमें सुरक्षित रखें। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार अपने जीवन में शुभता के लिए अनंत चतुर्दशी पर राशि अनुसार अनंत‍ की डोरी बांधना शुभ माना जाता है। ऐसे में आज हम आपको राशिनुसार अनंत की डोरी के बारे में बता रहे हैं।

अनंत चतुर्दशी : राशि अनुसार अनंत की डोरी…

1. मेष राशि : भगवान अनंत को इस राशि के जातक लाल रंग की डोरी ‘ॐ पधाय नम:’ मंत्र के उच्चारण के साथ बांधें।

2. वृषभ राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को सफेद रंग की डोरी ॐ शिखिने नम: मंत्र के साथ बांधें।

3. मिथुन राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को हरे रंग की डोरी ॐ देवादिदेव नम: मंत्र के साथ बांधें।

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4. कर्क राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को सफेद रंग की डोरी बांधें व इस मंत्र के साथ बांधें, ॐ शिखिने नम:।

5. सिंह राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को गुलाबी रंग की डोरी बांधें व ॐ अनंताय नम:। मंत्र के साथ बांधें।

6. कन्या राशि : भगवान अनंत को इस राशि के जातक हरे रंग की डोरी ‘ॐ देवादिदेव नम:।’ मंत्र के उच्चारण के साथ बांधें।

7. तुला राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को सफेद रंग की डोरी ॐ शिखिने नम: मंत्र के साथ बांधें।

8. वृश्चिक राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को लाल रंग की डोरी ‘ॐ पधाय नम:’ मंत्र के साथ बांधें।

9. धनु राशि : भगवान अनंत को इस राशि के जातक पीले रंग की डोरी बांधें और ‘ॐ रत्ननाभ: नम:’ मंत्र के साथ बांधें।

10. मकर राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को काले रंग की डोरी ‘ॐ विश्वमूर्तये नम:’मंत्र के साथ बांधें।

11. कुंभ राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को काले रंग की डोरी ‘ॐ विश्वमूर्तये नम:’ मंत्र के साथ बांधें।

12. मीन राशि : इस राशि के जातक भगवान अनंत को पीले रंग की डोरी ‘ॐ रत्ननाभ: नम:’ मंत्र के साथ बांधें।

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अनंत चतुर्दशी महत्व :
मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। पंडित एके शुक्ला के अनुसार वहीं ये भी माना जाता है कि जो मनुष्य लगातार 14 वर्षों तक इस व्रत को करता है उसे अंत में विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु के अनंत अवतार की पूजा इस व्रत में की जाती है, इसलिए यह व्रत कई गुना अधिक फलदायक माना जाता है।
पंडित एके शुक्ला के अनुसार धार्मिक मान्यता के मुताबिक पांडवो ने सबसे पहले इस दिन व्रत किया था। दरअसल महाभारत के युद्ध से पहले जुआ खेले से पांडवों का सारा धन नष्ट हो गया। तब भगवान कृष्ण से उन्होंने इसका उपाय पूछा, इस पर श्रीकृष्ण जी ने कहा की जुआ खेलने के कारण लक्ष्मी तुमसे रुठ गई हैं। ऐसे में अब अनंत चतुर्दशी के दिन आपको भगवान विष्णु का पूजन करना होगा, तभी से इस व्रत की शुरुआत हुई। माना जाता है कि इस व्रत को करने से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं।
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