29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन सामग्रियों के बिना पूरी नहीं होती छठ मैया की पूजा

Chhath Puja 2019 : इन सामग्रियों के बिना पूरी नहीं होती छठ मैया की पूजा

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Shyam Kishor

Oct 30, 2019

इन सामग्रियों के बिना पूरी नहीं होती छठ मैया की पूजा

इन सामग्रियों के बिना पूरी नहीं होती छठ मैया की पूजा

साल 2019 में छठ पर्व 2 नवंबर को मनाया जाएगा। छठ पर्व बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, देश के कोने-कोने सहित विदेशों में भी मनाया जाता है। इस दिन नदी, तालाब आदि में खड़े होकर भगवान सूर्यनारायण को अर्घ्य देकर व्रत किया जाता है, छठी मैया की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत पूजन से प्रसन्न होकर सूर्य देव एवं छठी मैया अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करते हैं। अगर आप छठ पूजा और करने वाले हैं तो नीचे दी गई पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्रियों को छठ पूजा से पहले एकत्रित कर लें। जानें छठ मैया की पूजा में कौन-कौन सी सामग्री लगती है।

छठ पूजा के लिए ये सामग्रियां एकत्रित करें

1- प्रसाद रखने के लिए बांस की दो तीन बड़ी टोकरी।
2- बांस या पीतल के बने 3 सूप, लोटा, थाली, दूध और जल के लिए ग्लास।
3- नए वस्त्र साड़ी-कुर्ता पायजामा।
4- चावल, लाल सिंदूर, धूप और बड़ा दीपक।
5- पानी वाला नारियल, गन्ना जिसमें पत्ता लगा हो।
6- सुथनी और शकरकंदी।
7- हल्दी और अदरक का पौधा हरा हो तो अच्छा।
8- नाशपाती और बड़ा वाला मीठा नींबू, जिसे टाब भी कहते हैं।
9- शहद की डिब्बी, पान और साबुत सुपारी।
10- कैराव, कपूर, कुमकुम, चन्दन, मिठाई।

छठ पूजा के लिए प्रसाद

1- ठेकुआ
2- मालपुआ
3- खीर-पूड़ी
4- खजूर
5- सूजी का हलवा
6- चावल का बना लड्डू, जिसे लडुआ भी कहते हैं आदि प्रसाद के लिए तैयार कर लें।

फल सब्जी

1- केला
2- अनानास बड़ा मीठा निंबू
3-सेब
4- सिंघाड़ा
5- मूली
6- अदरक पत्ते समेत
7- गन्ना
8- कच्ची हल्दी
9- नारियल आदि।
सूर्य को अर्घ्य देते वक्त सारा प्रसाद सूप में रखते है, सूप में ही दीपक जलता है, लोटा से सूर्य को दूध गंगाजल और साफ जल से फल प्रसाद के ऊपर चढ़ाते हुए अर्घ्य दिया जाता है।

छठ में प्रसाद के लिए गेहूं और चावल धो लें

- छठ में प्रसाद के रूप में बनने वाले ठेकुआ और चावल के लड्डू उसी चावल व गेहूं से बनाये जाते है, जो विशेष तौर से छठ के लिए धोए, सुखाए और पिसवाए जाते हैं। इसे सुखाने के दौरान अनाज की शुद्धता व पवित्रता का पूरा ध्यान रखें, यहां तक कि इसमें कोई पक्षी भी चोंच ना मार पाए। क्योंकि फिर उसे जूठा माना जाएगा और ऐसे गेहूं व चावल का इस्तेमाल वर्जित है।

*************