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Magh Purnima 2020 : माघ पूर्णिमा पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

Magh Purnima : माघ पूर्णिमा पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

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भोपाल

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Shyam Kishor

Feb 08, 2020

माघ पूर्णिमा पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

माघ पूर्णिमा पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

साल 2020 में माघ मास की पूर्णिमा तिथि 9 फरवरी दिन रविवार को हैं। माघ पूर्णिमा ( Maghi Purnima ) की उत्पत्ति 27 नक्षत्रों में से एक मघा नक्षत्र से हुई थी। माघ मास एवं माघ पूर्णिमा का महत्व धार्मिक, आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन पवित्र गंगा नदी तीर्थ में स्नान करने से भवबंधनों से मुक्ति मिल जाती है। जानें माघ पूर्णिमा तिथि पर पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व।

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पूरे माघ मास में गंगा, यमुना, नर्मदा आदि पवित्र नदियों में स्नान की प्राचीन परंपरा चली आ रही। पौष मास की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होकर पूरे माघ मास एवं माघ मास की पूर्णिमा तिथि तक श्रद्धालु स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं। पूर् माघ मास में गंगा स्नान करने का विशेष महत्त्व है और माघ पूर्णिमा ( Maghi Purnima ) की तो बात ही कुछ औऱ होती है। शास्त्रों के अनुसार जो मनुष्य पूरे माघ महीने गंगा में स्नान करता है उसके लिए इसी जन्म में मुक्ति के सारे द्वार खुल जाते हैं। भगवान कृष्ण की कृपा से उनका जीवन धन-धान्य, सुख-समृद्धि आदि से भर जाता है।

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माघ पूर्णिमा पर स्नान दान से पुण्य लाभ

1- माघ पूर्णिमा पर ब्रह्म मुहूर्त में नदी में स्नान करने से शारीरिक व्याधियां दूर होने के साथ शरीर पूर्णतः निरोगी होता है।
2- माघ पूर्णिमा के दिन स्नान-ध्यान कर भगवान महादेव या विष्णु की पूजा-अर्चना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
3- माघ पूर्णिमा के दिन व्यक्ति को तिल और कम्बल का दान करना चाहिए ऐसा करने से जातक को नरक लोक से मुक्ति मिलती है।
4- सभी पापों से विमुक्ति, स्वर्गलाभ तथा भगवान् वासुदेव की प्राप्ति के लिए माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना चाहिए।

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माघ पूर्णिमा का महत्व

हिंदू धार्मिक मान्यतानुसार, स्वर्ग लोक के सभी देवता माघ मास में मनुष्य रूप या अन्य प्राणी का रूप धारण कर धरती पर आकर निवास करते हैं। माघ मास में में प्रयागराज तीर्थ में स्नान, जप-तप और दान करते हैं। इसीलिए प्राचीन मान्यता है कि माघ मास व माघ पूर्णिमा तिथि के दिन प्रयाग तीर्थ में स्नान करने से मनुष्य की मनोवांछित मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। प्रयाग तीर्थ के अलावा इस दिन गंगा, नर्मदा, कावेरी, यमुना, सरयु आदि पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए।

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पूजा विधि व मुहूर्त

माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान या घर में में सादे जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। विधिवत भगवान श्री विष्णु जी व गंगा जी का पूजन करें।

माघ पूर्णिमा तिथि

- माघ पूर्णिमा तिथि का आरंभ 8 फरवरी को शाम 4 बजकर 2 मिनट से होगा।
- पूर्णिमा तिथि का समापन 9 फरवरी को दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर होगा।

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