इन मंत्रों का जप और उपाय से शनि दोषों से तुरंत लाभ मिलती है
ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्वयं भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इस दिन गंगा जी में या फिर अपने घर के जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए। स्नान करते समय नीचे दिए मंत्र का उच्चारण करने से दुर्लभ पुण्य की प्राप्ति होने के साथ जिस चीज की कामना की जाती है व पूरी होती है। माघ मास एवं पूर्णिमा तिथि को गंगा स्नान से त्रिवेणी संगम में स्नान के जैसा पुण्यलाभ मिलता है। माघ पूर्णिमा पर स्नान करने वाले पर भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होकर धन-धान्य, सुख-समृद्धि तथा संतान एवं मुक्ति का वरदान देते हैं।
हनुमान चालीसा पाठ में इस छोटी सी गलती से नहीं मिलता पूरा फल
माघ पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले पवित्र गंगा, यमुना नदी या फिर नर्मदा नदी में इस मंत्र का उच्चारण करते हुए स्नान करने से मानव जीवन के लिए सबसे अधिक दुर्लभ चीज जिसकी प्राप्ति के लिए कुछ लोग अनेकों जन्म खपा देते हैं फिर भी प्राप्त नहीं हो पाती। अगर पूर्ण पवित्रता के साथ माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान किया जाये मनुष्य को जन्म मत्यु के चक्र से हमेशा के लिए मुक्ति इसी जन्म में मिला जाती है। जिन्हें जीवन में भौतिक व आध्यात्मिक पूर्ति, सभी बंधनों से मुक्ति की कामना हो तो वे माघ पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करके विधिवत पूजन करें।
स्नान करते समय इस मंत्र का उच्चारण करते रहे।
।। ॐ गंगे च यमुना गोदावरी सरस्वती नर्मदे सिंधु कावेरी जले अस्मिन सन्निधिं कुरु ।।
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