वहीं भादो मास में जब सूर्यदेव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं, तो उस संक्रांति को सिंह संक्रांति कहते हैं। इस संक्रांति में घी के सेवन का विशेष महत्व है। दक्षिणी भारत में सिंह संक्रांति को सिंह संक्रमण भी कहा जाता है।
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सिंह संक्रांति पूजा 2020 के तारीख व कैलेंडर:-
त्यौहार के नाम : दिन : त्यौहार के तारीख
सिंह संक्रांति : रविवार : 16 अगस्त 2020
यहां इस दिन को सभी बड़े पर्व के रूप में मनाते है। सिंह संक्रांति के दिन भगवान् विष्णु, सूर्य देव और भगवान नरसिंह का पूजन किया जाता है। इस दिन भक्त पवित्र स्नान भी करते है।
इसके बाद देवताओं का नारियल पानी और दूध से अभिषेक किया जाता है। जिसके लिए केवल ताजे नारियल पानी का ही इस्तेमाल किया जाता है। बहुत से लोग इस दिन भगवान गणेश का भी पूजन करते है और प्रार्थना करते है।
कुछ समुदायों में सूर्य राशि के कन्या राशि में प्रवेश करने तक विशेष पूजन किया जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा का खास महत्व होता है। क्योंकि सूर्य देव को सिंह राशि का देवता माना जाता है।