
Solar Pump Yojana
नई दिल्ली। भारत के कृषि प्रधान देश होने के बावजूद सबसे खराब हालत किसानों की ही है। ऐसे में उनकी स्थिति को सुधारने के लिए केंद्र सरकार (Central Govt) की ओर से कुसुम योजना चलाई जा रही है। जिसमें सौर उर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं किसानों को ज्यादा राहत देने के लिए राज्य सरकारों की ओर से सोलर पंप योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। इसमें किसानों को सोलर पंप (Solar Pump Yojana) खरीदने पर सब्सिडी मिलेगी। इससे खेती करने में आने वाली लागत भी कम होगी। क्योंकि इससे सिंचाई (Irrigation) में अतिरिक्त बिजली के होने वाले इस्तेमाल से बचा जा सकेगा।
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से भी मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत किसानों को विशेष अनुदान देकर सस्ती दरों पर सोलर पम्प उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य में अगले तीन वर्षों में 2 लाख सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य है। जिनमें से अभी तक करीब 14 हजार 250 सोलर पम्प लगाए जा चुके हैं। सोलर पम्प संयंत्र का उपयोग केवल सिंचाई के लिए किया जाएगा। इसे किराए पर नहीं दिया जा सकता है और न ही बेचा जा सकता है।
सब्सिडी पाने के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्ते
1.इस योजना के तहत आवेदन केवल करने वाले के पास खेती के लिए अपनी जमीन होनी चाहिए। साथ ही उसके पास सिंचाई का स्थाई स्रोत होना जरूरी है।
2.सोलर पम्प स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड से सहमती लेनी होगी।
3.राशि मिलने के लगभग 120 दिन के अंदर सोलर पम्प लगाने का काम पूरा किया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में समयावधि बढाई जा सकती है।
कैसे करें आवेदन
सोलर पम्प पर सब्सिडी लेने के लिए सरकार की कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसान https://cmsolarpump.mp.gov.in/ वेब पोर्टल पर भी आवेदन कर सकते हैं। यहां अप्लाई करने का एक विकल्प दिखाई देगा जिसे क्लिक करते ही एक फॉर्म खुल जाएगा। जिसमें किसान को अपनी पर्सनल जानकारियां भरनी होंगी। फॉर्म भरते ही इसे सबमिट कर दें। ऐसा करते ही आपके पास एक मैसेज आएगा, जो बताएगा कि आपने योजना के तहत खुद को रजिस्टर्ड कराया है।
10 प्रतिशत रकम किसानों को करना होगा खर्च
सोलर पंप योजना के तहत किसानों को सस्ते दर पर सोलर पंप मुहैया कराए जाएंगे। इसके तहत किसानों को महज 10 प्रतिशत रकम खर्च करनी होगी। जबकि 60 प्रतिशत रकम सरकार की ओर से दी जाएगी। बाकी के बचे हुए 30 प्रतिशत बैंकों की ओर से दिए जाएंगे।
क्या है पीएम कुसुम योजना
इस योजना की घोषणा साल 2018-19 के आम बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से की गई थी। इसके तहत सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा पर बल दिया गया था। तभी सोलर पंप योजना को भी इसमें शामिल किया गया था। इससे किसानों पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कम होगा। इस योजना में केंद्र सरकार की ओर 1.48 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रही है। सरकार का लक्ष्य साल 2022 तक देश के तीन करोड़ किसानों को इस योजना का लाभ पहुंचाना है।
Published on:
11 Jul 2020 02:21 pm
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