
Sarkar ki Jay ho
नई दिल्ली। हमारी छोटी बचत पर शुक्रवार से बड़ी मार पडऩी शुरू हो गई है। नया वित्त वर्ष 2016-17 शुरू होते ही विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर 0.60 से 1.30 फीसदी कम ब्याज मिलेगा। गांव-ढाणी और दूरदराज के लोगा जो अपना पेट काटकर बचत जमा करते हैं, उन्हें आघात पहुंचेगा।
आम आदमी को इससे कितना नुकसान होगा? सरकार को कितना फायदा होगा? देश कितना आगे जाएगा? विदेशों में ऐसा हुआ तो क्या हुआ? और आपके सामने अब निवेश का कौन सा विकल्प बेहतर साबित होगा? एक्सपर्ट की नजर से जानिए आमजन से जुड़े हर सवाल का जवाब -
आज से जेब में आने वाली रकम घटेगी
पीपीएम में 15 साल में 2.10 लाख रुपए का नुकसान
डाक विभाग में सालाना डेढ़ लाख रुपए का निवेश करने पर नई ब्याज दर पर मिलेंगे 44 लाख 70 हजार रुपए। पुरानी ब्याज दर पर यह रकम 46 लाख 80 हजार रुपए होती।
एफडी में (5 साल) 41.15 हजार रुपए का नुकसान
डाक विभाग में 10 लाख रुपए की एफडी कराने पर नई ब्याज दर पर मिलेंगे 14 लाख 62 हजार 840 रुपए। पुरानी ब्याज दर पर यह रकम 15 लाख 3 हजार 990 रुपए होती।
आरडी में (5 साल) 19.54 हजार रुपए का नुकसान
डाक विभाग में हर महीने 10 हजार रुपए जमा करानेप र नई ब्याज दर पर मिलेंगे 7 लाख 26 हजार 990 रुपए। पुरानी ब्याज दर पर यह रकम 7 लाख 46 हजार 530 रुपए होती।
बचत योजनाओं पर अब ये होंगी ब्याज दरें
किसान विकास पत्र - पहले 8.7 प्रतिशत, अब 7.8 प्रतिशत
मासिक आय योजना (5 साल) - पहले 8.5 प्रतिशत, अब 8.1 प्रतिशत
एनएससी - पहले 8.5 प्रतिशत, अब 8.1 प्रतिशत
सुकन्या योजना - पहले 9.2 प्रतिशत, अब 8.6 प्रतिशत
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना - पहले 9.3 प्रतिशत, अब 8.6 प्रतिशत
आरडी (5 साल) - पहले 8.4 प्रतिशत अब 7.4 प्रतिशत
पोस्ट ऑफिस एफडी (5 साल) - पहले 8.5 प्रतिशत अब 7.9 प्रतिशत
पोस्ट ऑफिस एफडी (3 साल) - पहले 8.4 प्रतिशत अब 7.4 प्रतिशत
Published on:
01 Apr 2016 12:10 pm
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