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अभी नहीं चलेंगी इंटरनेशनल Flights, 30 नवंबर तक बढ़ाया गया प्रतिबंध

International Flights Ban : कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जारी रखने का लिया फैसला डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की ओर से कुछ शेड्यूल्ड फ्लाइट्स को अनुमति देने की संभावना

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International Flights Ban

नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के चलते सरकार ने मार्च से इंटरनेशल फ्लाइट्स (International Flights) के संचालन पर रोक लगा दी थी। महज वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्लाइट्स चलाई जा रही थीं। देश के अनलॉक होने पर घरेलू हवाई यात्रा की मंजूरी दे दी गई थी। मगर विदेश यात्रा पर रोक जारी थी। संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों पर रोक 30 नवंबर 2020 तक बढ़ा दी है। हालांकि डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने कहा है कि विशेष आधार पर चुनिंदा रूट्स के लिए सक्षम प्राधिकारी इंटरनेशनल शेड्यूल्ड फ्लाइट्स की अनुमति दिए जाने के संकेत दिए हैं।

डीजीसीए के अनुसार चुनिंदा रूट्स पर इंटरनेशनल शिड्यूल्ड फ्लाइट्स (International Flights) की अनुमति दी जा सकती है। क्योंकि वंदे भारत मिशन (Vande Bharat Mission) के तहत मई से कुछ देशों से भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा 25 मई 2020 से सरकार ने घरेलू उड़ानों को भी मंजूरी दी थी। हालांकि इसके लिए सख्‍त शर्तों और निर्देशों के पालन की हिदायत दी गई थी।

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एयर बबल समझौते से चल रहीं फ्लाइट्स
कोरोना काल के दौरान कई ऐसे भारतीय नागरिक हैं जो विदेशों में फंस गए हैं। उन्हें वापस इंडिया लाने के लिए केंद्र सरकार ने वंदे भारत मिशन चलाया था। इसके लिए भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस समेत 18 देशों के साथ एयर बबल समझौता किया। दो देशों के बीच एयर बबल पैक्ट के तहत दोनों देशों की विमानन कंपनियां विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं। डीजीसीए का इस बारे में कहना है कि विशेष रूप से अनुमति प्राप्त इंटरनेशल ऑल कार्गो ऑपरेशंस और फ्लाइट्स के परिचालनों को प्रभावित नहीं करता है।