SBI स्टेट बैंक भी ले चुका है यह फैसला
आईएमपीएस को खत्म करने का फैसला देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी ले चुका है। अब एसबीआई के योनो एप, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए किए जाने वाले आईएमपीएस ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं देना होगा। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से इस नियम को 1 अगस्त 2019 से लागू कर दिया गया था। जिसका फायदा अब देश के लोगों को कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच भी देखने को मिल रहा है।
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किसे कहते हैं आईएमपीएस
इमीडिएट पेमेंट सर्विसेज को शॉर्ट फॉर्म में आईएमपीएस कहा जाता है। आईएमपीएस मोड आपको मोबाइल के जरिए फंड ट्रांसफर करने के लिए मिलता है। जिसके इस्तेमाल से आप बैंक के मोबाइल ऐप से किसी को भी फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। यह सुविधा नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा दी गई है।
इस सुविधा के जरिए आप 24 घंटे और सातों दिन फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। खास बात ये है कि आप रात को किसी भी समय रुपए ट्रांसफर करेंगे, वो रुपया उसी वक्त पहुंचेगा। अगर आप इस सुविधा का यूज छुट्टी वाले दिन भी कर सकते हैं। जबकि एनईएफटी और आरटीजीएस सर्विस के तहत जब तक वर्किंग डे नहीं आ जाता तब तक आपका ट्रांजैक्शन पेंडिंग में ही रहता है।