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आपके पैन में छिपे होते हैं कई राज, इसलिए पैन नंबर होता है बहुत जरूरी

'PAN', यानी कि परमानेंट अकाउंट नंबर, टैक्स भरने, बैंक खाता खोलने, निवेश करने और पैसे से आदि कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें पैन नंबर जो कि एक यूनिक नंबर होता है। आइये जानते है इसके बारे में..

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जयपुर

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VIKAS JAIN

May 30, 2023

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PAN यानी कि परमानेंट अकाउंट नंबर, टैक्स भरने, बैंक खाता खोलने, निवेश करने और पैसे से आदि कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें पैन नंबर जो कि एक यूनिक नंबर होता है और कार्डधारक की पहचान संबंधित जानकारी देता है। पैन कार्ड नंबर (PAN Card Number) में व्यक्ति के टैक्स और निवेश सम्बंधित डाटा होता है। इसलिए अपना पैन नंबर पता होना बहुत ज़रूरी है। तो आइये जानते हैं इस कार्ड से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां।

क्यों है इतना जरूरी PAN CARD?

व्यापार या पेशा करने की स्थिति में कुल टर्नओवर या सकल प्राप्तियां 5 लाख रुपए से अधिक है या चालू वित्त वर्ष में अधिक होने की संभावना है, तो पैन नंबर लेना अनिवार्य है। यदि आप ऐसी आय प्राप्त करने जा रहे है जिस पर टैक्स काटा जाना है, तब भी पैन नंबर जरूरी होता है।

आयकर अधिनियम, 1956 के अनुसार पैन नंबर का आवंटन करवाना इस वजह से भी जरूरी है अगर....

1) यदि आपकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष में 2.50 लाख रुपए से अधिक है।

2) यदि किसी वित्त वर्ष में एक या अधिक बैंक अकाउंट और पोस्ट ऑफिस में सम्मिलित रूप से 2.0 लाख रुपए या अधिक नकद जमा करवाए हैं या निकाले हैं।

3) यदि आप बैंक में चालू खाता या कैश क्रेडिट खाता खुलवाना चाहते हैं या आप जीएसटी नंबर प्राप्त करना चाहते हैं।

पेनल्टी का प्रावधान

नियमानुसार पैन नंबर प्राप्त करना जरूरी है और प्राप्त नहीं किया गया हो तो 10 हजार रुपए तक की पेनल्टी लगाई जा सकती है। इसलिए पैन नंबर जरूर लें। ये सारी जानकारी सीए शिव शंकर गुप्ता ने दी जो कि एक सीए फाइनेंस एक्सपर्ट है।

क्यों महत्वपूर्ण है यह वर्गीकरण?

इस अनूठे नंबर की मदद से आयकर विभाग किसी व्यक्ति के सारे लेन-देन की जानकारी प्राप्त कर सकता है। केवल एक नंबर से उसके पूरे आर्थिक रूप का पता लगया जा सकता है। इसमें कर भुगतान, करों में छूट, आयकर रिटर्न, उपहार एवं विशेष लेनदेन शामिल है। इसलिए हम कह सकते हैं कि पैन कार्ड वित्तीय लेनदेन पर नजर रखने में एक सबसे बड़ी पहचान की कुंजी के रूप में कार्य करता है एवं यह कर चोरी रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण घटक साबित हो सकता है। इसके अलावा पूरे भारत में निवास स्थान में बदलाव होने के बावजूद भी पैन कार्ड संख्या अपरिवर्तित रहती है।