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सुहागनगरी की स्वास्थ्य सेवाओं का सीडीओ ने परखा हाल, कर्मचारी फेल

कुपोषण रोग की श्रेणी का जवाब नहीं दे सके एमओआईसी।

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DM Firozabad

फिरोजाबाद। सुहागनगरी के अस्पतालों में चल रहीं स्वास्थ्य सेवाओं और विभिन्न योजनाओं की जानकारी को लेकर बुधवार को सीडीओ नेहा जैन ने कलेक्ट्रेट सभागार में पोषण मिशन की बैठक ली। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी एमओआईसी से बच्चों को कुपोषण रोग की श्रेणी में चिन्हित करने के लिये मानक पूछे। जिन पर एमओआईसी द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका। जिस पर सीडीओ ने बैठक के दौरान पोषण मिशन की टीम द्वारा उन्हें कुपोषण की श्रेणी में चिन्हित किये जाने हेतु पूरी प्रक्रिया को प्रेजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया। तथा निर्देश दिये कि अपने अधीनस्थ आशाओं को भी पूरी प्रक्रिया से भली-भांति अवगत करायें जिससे कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुये समय से एनआरसी पहुंचाया जा सके। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ समन्वय स्थापित करते हुये सभी स्वास्थ्य सेवाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के निर्देश दिये।


गोद लिए गांवों की भी की समीक्षा

सीडीओ ने गोद लिये गये 82 गांव में अधिकारियों की विजिट की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये की भ्रमण आख्या के साथ सम्बन्धित अधिकारी का भ्रमण के दौरान का फोटो अवश्य होना चाहिये। उन्होंने सभी अधिकारियोें से कहा कि गोद लिये गांव में अधिकारी जुड़ाव के साथ कार्रवाई करें और अपने गांव को कुपोषण मुक्त बनाने में पूरी तत्परता दिखायें। जननी सुरक्षा कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये उन्होंने निर्देश दिये की प्रसूता को गर्भावस्था के दौरान आवश्यक आयरन की गोली के साथ कैल्शियम अवश्य दिया जाये और यदि जनपद में कैल्शियम की गोली की कमी हो तो पर्याप्त मात्रा में मंगाने के लिये तत्काल पत्राचार किया जाये।


टीबी अस्पताल का मरीजों को मिले लाभ

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंंने अनुपस्थित डीटीओ आरएस अत्येन्द्र का स्पष्टीकरण लिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा जनपद में टीबी अस्पताल की स्थापना यहां की परिस्थितियों को देखते की गयी हैं। जिसके लिये टीबी अस्पताल के कर्मचारियों को अत्यन्त गम्भीरता पूर्वक कार्य करना चाहिए, जिससे मरीजों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होेंनेे एम्बूलेंस सेवा द्वारा निर्धारित समय से अधिक समय लेने पर निर्देश दिये कि सेवा प्रदाता को इसकी आख्या भेजते हुये उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी लाया जाये। उन्होंने सभी एमओआईसी को भी निर्देश दिये कि एम्बुलेंस के इस प्रकार लचर कार्य करने से जहां जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें नहीं मिल पातीं वहीं विभाग के प्रदर्शन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।


फॉगिंग कराने के दिए निर्देश

उन्होंने मलेरिया और अन्य वेक्टर जनित रोगों के रोकथाम के लिये प्राथमिकता के आधार पर फॉगिंग कराये जाने व एण्टी लार्वा छिड़काव करने के निर्देश दिये। नसबन्दी कार्यक्रम में बेहतर प्रगति के लिये फील्ड के स्टाफ को प्रयास करने एवं नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ओपीडी और फैमिली प्लानिंग के लिए भी नियमित तौर पर प्रयास नहीं किये जा रहे हैं और इसका सीधा प्रभाव स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियोें को इसमें समय देने के साथ साथ सभी सम्भावित पहलुओं पर एक बेहतर कार्ययोजना बनाते हुये कार्य करना होगा। बैठक के दौरान एडीएम अतुल सिंह, डिप्टी कलेक्टर मुख्यालय अरूण कुमार राय, उपजिलाधिकारी शिकोहाबाद अम्बरीश कुमार बिन्द, उपजिलाधिकारी सिरसागंज चन्द्रभानु, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसके दीक्षित सहित सभी सम्बन्धित अधिकारी व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।