गौरतलब है कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप उर्फ छोटू यादव पर जिला पंचायत चुनाव के मामले में मारपीट और जान से मारने के प्रयास में मुकदमा दर्ज हुआ था। पिछले साल ये घटना सिरसागंज में हुई थी। इस घटना के बाद संगीन धाराओं में सिरसागंज विधायक हरिओम यादव ने चार दिन पहले ही फिरोजाबाद में एडीजे प्रथम के यहां सरेंडर किया था। इसके बाद उन्होंने जमानत अर्जी दी, जो अस्वीकृत कर दी गई। वहीं विजय प्रताप सिंह यादव उर्फ छोटू यादव की धरपकड़ के लिए एसपी देहात महेन्द्र सिंह के नेतृत्व में दबिश दी गई थीं। जिसके बाद विजय यादव ने आज सरेंडर किया। विजय यादव के सरेंडर के खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया है। अब पिता और पुत्र दोनों जेल में हैं। राजीव यादव निवासी भांढरी शिकोहाबाद ने मुकदमा दर्ज कराया था। ये पूरा 2015 का है।
गौरतलब है कि सपा सांसद प्रो.रामगोपाल यादव ने बीत दिन फिरोजाबाद में सभा की थी। इसके बाद उन्होंने सपा विधायकों पर गंभीर आरोप लगाए थे। रामगोपाल की सभा के एक दिन बाद ही विजय यादव का कोर्ट में किया सरेंडर बहुत कुछ बातें बयां करता है। सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी हाईकमान अब किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता है। वहीं अखिलेश यादव के करीबी और मुलायम सिंह यादव के समधी पर हुई कार्रवाई के बीच एमएलसी दिलीप यादव ने निशाना साधा था। लेकिन, अब कोई भी समाजवादी पार्टी का नेता कुछ भी बोलने से कतरा रहा है। राजनीति में इन दिनों पिता पुत्र की जोड़ी अलग थलग पड़ती नजर आ रही है।