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VIDEO: छेड़छाड़ पीड़िता ने आगरा में तोड़ा दम, पुलिस पर लापरवाही का आरोप

— पीड़िता ने मरने से पहले आरोपी युवक को लेकर दी थी गवाही, इसके बाद भी आरोपी को नहीं पकड़ सकी पुलिस।

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फिरोजाबाद। छेड़छाड़ से तंग आकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने वाली पीड़िता ने आगरा में दम तोड़ दिया। मरने से पहले पीड़िता ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। वहीं आरोपी युवक का नाम भी पीड़िता ने बयान में बताया। महिला की मौत के लिए परिवारीजन पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। आरोप है कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई। आरोपी का घर सामने होने के बाद भी पुलिस निष्क्रिय बनी रही। आरोपी के तानों से परेशान महिला ने आत्मघाती कदम उठाया।

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ये था पूरा मामला
थाना नगला सिंघी क्षेत्र के गढ़ी भाऊ निवासी 40 वर्षीय मंजू सविता पत्नी सुनील कुमार सोमवार शाम शौच करने खेत जा रही थी। तभी एक युवक ने उसे पीछे से दबोच लिया और गलत काम करने का प्रयास करने लगा। महिला ने उसके मंसूबों को विफल कर दिया और किसी तरह बचकर घर आ गई। उसने पति को घटना की जानकारी दी। पति ने पुलिस को इस मामले की शिकायत की। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी भाग गए। कुछ देर रूकने के बाद पुलिस वहां से वापस चली गई।

आरोपी ने फिर किए कमेंट
रात्रि में आरोपी वापस गांव में आ गया। सुबह पानी भरकर ला रही महिला पर आरोपी ने कमेंट कर दिए। इसकी शिकायत परिजनों ने दोबारा पुलिस से की। पुलिस खानापूर्ति कर वापस लौट गई। कुछ देर बाद आरोपी वापस गांव आया और कमेंट करने लगा। इससे आहत महिला ने कमरे में मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। हादसे के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे। महिला को गंभीर हालत में आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला करीब 80 से 90 प्रतिशत तक जल गई थी।

अस्पताल में तोड़ा दम
अस्पताल में पहुंच पुलिस ने महिला के बयान दर्ज किए। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उनके सामने रहने वाला रोनू पुत्र राकेश यादव ने उसके साथ जर्बदस्ती करने का प्रयास किया था। वह बार-बार कमेंट कर रहा था। आगरा के अस्पताल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। परिवारीजनों का आरोप है कि यदि पुलिस आरोपियों को समय से पकड़ लेती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता। पुलिस की लापरवाही के चलते उनकी बहू की मौत हो गई। अब उनके तीन बच्चे सनी, अमित और लक्ष्मी की देखरेख कौन करेगा। पत्नी की मौत के बाद पति का रो—रोकर बुरा हाल है।