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यमुना किनारे बकरी चराने गए एक बालक और दो बालिकाओं की डूबने से मौत, गांव में मातम

— थाना नगला खंगर क्षेत्र का मामला, परिजनों ने पोस्टमार्टम कराए बिना ही शवों का किया अंतिम संस्कार।

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बच्चों के शवों पर विलाप करते परिजन

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
फिरोजाबाद। बुधवार सुबह बकरी चराने गए तीन बच्चे (एक बालक और दो बालिकाएं) यमुना में नहाते समय डूब गए और उनकी मौत हो गई। बच्चों की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया। काफी प्रयासों के बाद भी बच्चों को बचाया नहीं जा सका। यमुना का बहाव तेज होने के कारण बच्चे बह गए थे।
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नगला खंगर क्षेत्र का है मामला
पूरा मामला थाना नगला खंगर क्षेत्र का है। गांव मढ़ई निवासी राजेश कुमार का 11 वर्षीय पुत्र रामप्रदीप, बृजेश कुमार की पुत्री नीलम और हरी सिंह की 11 वर्षीय पुत्री धनदेवी बकरी चराने यमुना किनारे गए थे। परिजनों के मुताबिक वह प्रतिदिन बकरी चराने के लिए जाते थे। सुबह करीब 11 बजे वह बकरियों को वहीं छोड़कर यमुना में नहाने के लिए कूद गए। तभी तेज बहाव होने के कारण वह डूबने लगे। यमुना का जल स्तर अधिक होने के कारण बच्चे अपने आप को नहीं संभाल पाए। उन्होंने मदद के लिए शोर मचा दिया।
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ग्रामीणों ने निकाले
बच्चों की आवाज सुनकर आस—पास काम करने वाले ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह बच्चों को बाहर निकाला। सूचना पर बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए। वह तीनों बच्चों को चिकित्सक के पास ले गए। जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। बच्चों की मौत के बाद गांव में मातम छा गया। सीओ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार करा दिया था। इसलिए उन्होंने तीनों बच्चों के शवों का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया।