सपना और दिल दोनों टूटा
रविवार को खेले गए फीफा वर्ल्ड कप 2018 के फाइनल मुकाबले में अपनी काबिलियत और थोड़ी-बहुत भाग्य के दम पर फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व चैंपियन का ताज हासिल कर लिया । फ्रांस ने मैच के 18वें मिनट में ही मारियो मैंडजुकिच के आत्मघाती गोल से अहम बढ़त बना ली थी।इस बढ़त के बाद 38वें मिनट में मिले पेनल्टी पर एंटोनी ग्रीजमैन के गोल ने क्रोएशिया को मैच से बहुत दूर कर दिया। 59वें मिनट में पॉल पोग्बा और फिर 65वें मिनट में काइलियन एमबेपे के गोल ने क्रोएशिया के विश्व कप जीतने के सपने को चूर-चूर कर दिया। रूस के लुज्निकी स्टेडियम में खेले गए बेहद रोमांचक और नाटकीय मैच में पहली बार विश्व कप खेल रही क्रोएशिया को शिकस्त देकर फ्रांस फुटबॉल का विश्व विजेता बन गया । इस मैच में कप भले ही फ्रांस ने जीता हो, लेकिन दुनिया के करोड़ों फुटबॉल प्रेमियों का दिल क्रोएशिया की टीम और उनकी राष्ट्रपति कोलिंडा ग्रेबर-किटारोविक ने जीता।
एक तरफ खुशी के तो दूसरी ओर गम के आंशु
आपको बता दें मैच को क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंडा ग्रेबर-किटारोविक भी देख रहीं थी। साथ ही वो पुरे मैच में लगाातार खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाती रहीं। मैच में क्रोएशिया ने शानदार खेल दिखाया पहले हाफ में तो पता ही नहीं चल रहा था कि फ्रांस को वो ऐसे मुकाबला दे पाएगी । मैच में इस टीम ने फ्रांस के खिलाफ दो गोल भी किए । लेकिन फ्रांस की मजबूत टीम ने मैच को 4-2 के स्कोर के साथ अपने नाम कर लिया । मैच के बाद ट्राफी वितरण समारोह में भावनाएं उफान मार रही थीं।फ्रांस के खिलाड़ी जहां इस ट्रॉफी को 20 साल बाद दोबारा से जीत कर अपने आंसुओ को रोक नहीं पा रहें थे तो दूसरी ओर क्रोएशिया के खिलाड़ी जिनके लिए यह विश्वास करना भी मुश्किल था कि वो विश्व विजेता के खिताब को बस एक कदम से पा नहीं सके । गमगीन माहौल में क्रोएशिया की राष्ट्रपति अपने देश के खिलाड़ियों से मिल रही थीं, इस दौरान माकियो मांजुकिक का राष्ट्रपति से मिलने का नंबर आया। राष्ट्रपति के पास पहुंचते ही वे खुद पर काबू नहीं रख सके, उनकी आंखों से आंसू से छलक पड़े। लेकिन राष्ट्रपति ने खुद इस खिलाड़ी के आंसू पोछें और उन्हें गले से लगा लिया ।